जयपुर/ राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ धुरंधर नेता जादूगर अशोक गहलोत को भाजपा ने एक बार फिर उनको उनके ही घर में घेरने की रणनीति बनाई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भाजपा पर हमेशा आरोप लगाते आ रहे हैं कि केंद्र की भाजपा सरकार जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है वह अभियान लोटस चलाकर और कांग्रेस के विधायकों को तोड़कर अविश्वास प्रस्ताव लाकर गठबंधन से अपनी सरकार बना रही है राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नेवी इस संबंध में अनेकों बार मीडिया से रूबरू होते हुए यह आरोप भाजपा पर लगाए हैं यहां तक की उन्होंने राजस्थान की उनकी कांग्रेस की सरकार को भी अस्थिर करने का कई बार आरोप लगाया है जिसमें सचिन पायलट के बगावत कर और उनकी पार्टी की गायकों को खरीद-फरोख्त करने तक का भी आरोप लगाया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां तक भी कहा है कि उनकी सरकार को गिराने की कई बार केंद्र की भाजपा सरकार ने कोशिश की है लेकिन हमारी एकजुटता के कारण वह सफल नहीं हो पाई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बात में कितनी सच्चाई है यह तो कहा नहीं जा सकता लेकिन इतना जरूर है कि इस बार भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व सर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उनके ही घर अर्थात जोधपुर में घेरने की रणनीति बनाई है। रणनीति के तहत भाजपा ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 8 सितंबर से 10 सितंबर तक जोधपुर में करने का निर्णय लेते हुए इसकी तैयारियां शुरू कर दी है।
इस बैठक में गृहमंत्री और भाजपा के चाणक्य अमित शाह सहित कई केंद्रीय नेता शिरकत करेंगे। इस बैठक में देशभर के भाजपा ओबीसी मोर्चा के सभी प्रदेशाध्यक्ष भाग लेंगे इसके साथ ही जोधपुर संभाग के करीब 20,000 बूथ कार्यकर्ताओं का सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा भाजपा ने हाल ही में ओबीसी वर्ग से आने वाले जगन्नाथ पहाड़िया को उपराष्ट्रपति बनाकर ओबीसी वर्ग के वोट बैंक को अपनी और करने का प्रयास भी किया है।
भाजपा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उनके ही घर में कितना देर पाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन कितना स्पष्ट है कि भाजपा ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक जोधपुर में आहूत करने का उद्देश्य जहां एक और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चुनौती देना है तो वहीं दूसरी ओर आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर यह बैठक बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है