जयपुर
विधानसभा चुनाव में हार के कारण जानने में जुटी भाजपा अब पार्टी नेताओं की परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार करने में जुट गई है। विधानसभा चुनाव में किस नेता ने कैसा काम किया, इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है और इस रिपोर्ट के आधार पर ही पार्टी नेताओं को ग्रेडिंग दी जाएगी। इसके लिए पार्टी पदाधिकारियों को विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं की रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि संगठन में कुछ पदाधिकारियों की विदाई तय है साथ ही करीब आधा दर्जन जिलाध्यक्ष भी बदले जा सकते हैं।
विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा में जिला स्तर पर हुई हार के कारणों की समीक्षा में सामने आया कि पार्टी में कई सीटों पर निष्क्रिय पदाधिकारियों को जिम्मा दिया गया, उन्होंने चुनावों में कार्य नहीं किया। जिसके कारण अन्य कार्यकर्ता भी हतोत्साहित हो गए और वे क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। ऐसे में संगठन महामंत्री ने विधानसभावार संगठन के पदाधिकारियों की परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। इस रिपोर्ट के बाद निष्क्रिय एवं पार्टी विरोधी काम करने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। माना जा रहा है कि चुनाव में निष्क्रिय रहे बूथ इकाईयों के साथ ही करीब 50 विस्तारकों को भी बदला जा सकता है। जबकि, करीब आधा दर्जन जिलाध्यक्षों को भी बदलने की तैयारी अंदरूनी स्तर पर जारी है। बताया जा रहा है कि पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सभी जिलों के चुनावी प्रदर्शन की रिपोर्ट भी मांगी है।
इधर, लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुटी पार्टी एक बार फिर युवा और वरिष्ठï नेताओं को साथ लेकर चलने की कवायद में हैं, ऐसे में निष्क्रिय पदाधिकारियों को रवाना कर नए चेहरों के साथ ही पार्टी के वरिष्ठï नेताओं को पद देने पर भी विचार किया जा रहा है। साथ ही भाजपा के मोर्चों में भी बदलाव किए जाने की तैयारी है। हार का दंश झेलने के बाद अब बीजेपी जल्द ही अपनी निष्क्रिय पड़ी बूथ इकाइयों में बदलाव करने जा रही है। पार्टी के इस कदम से कमजोर प्रदर्शन करने वाली बूथ कमेटियों पर गाज गिरना तय है, पार्टी उन इकाइयों का पुनर्गठन करेगी जो विधानसभा चुनाव के दौरान पूरी तरह निष्क्रिय थी। ऐसी बूथ इकाइयों में अधिकतर अल्पसंख्यक और अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र की इकाइयां शामिल हैं।