जयपुर
विधानसभा चुनावों की हार भूल प्रदेश भाजपा अब पूरे जोश के साथ लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई है। लोकसभा चुनावों की रणनीति के तहत विधानसभा चुनावों में फ्लॉप हुए विस्तारक माडल को एक बार फिर नए सिरे से लागू करने की तैयारी की जा रही है। इस कडी में संगठन के पदाधिकारी अब विस्तारकों को नए कार्यक्रम देकर उन्हें क्षेत्र में सक्रिय कर रहे हैं साथ ही इनके कामकाज की नियमित मानीटरिंग भी की जा रही है।
अब नई रणनीति के तहत विधानसभा क्षेत्र और मंडलों में भेजे गए विस्ताकरों को 18 बिंदुओं पर काम करने के लिए कहा गया है। विस्तारक इन कामों को पूरा करके प्रदेश नेतृत्व को सौंपेंगे। इसके लिए हाल ही में प्रदेश मुख्यालय में विस्तारकों की बैठकें भी हो चुकी है। ये विस्तारक विधानसभा स्तर पर टॉप 25 नेताओं को ग्रेडिंग देने का काम करेंगे। जिसमें अच्छा, बहुत अच्छा, सामान्य और शांत चार श्रेणियों में ग्रेडिंग दी जाएगी। साथ ही पार्टी नेताओं ने विस्तारकों से विधानसभा चुनावों के दौरान निष्क्रिय रहे भाजपा नेताओं की जानकारी भी मांगी है,
ताकि लोकसभा चुनावों में उन्हें साइड कर नए पदाधिकारियों को जगह दी जा सके। विस्तारकों को जो बिन्दु दिए गए हैं उनमें क्षेत्र का फीडबैक, युवा टाउन हॉल का अनुभव, मंडल स्तर पर 11 किमी पद यात्रा के रोडमैप की जानकारी मांगी गई है। विस्तारकों से इन कार्यों की रिपोर्ट आने के बाद लोकसभा चुनाव के लिए आगे के कार्यक्रम निर्धारित किए जाएंगे।
संघ के प्रचारक माडल की तर्ज पर भाजपा ने विस्तारक माडल शुरू किया था। उत्तर प्रदेश के चुनावों में विस्तारकों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया जिससे पार्टी ने उम्दा प्रदर्शन किया। यह माडल राजस्थान में भी लागू किया गया और यहां 170 पार्टीनिष्ठï वरिष्ठï कार्यकर्ताओं को दीर्घकालीन विस्तारक बनाकर क्षेत्र में भेजा। इसके अलावा अल्पकालीन विस्तारक भी बनाए गए जो क्षेत्र में कुछ ही दिन गुजारते हैं। इन विस्तारकों को पार्टी ने वाहन और पैट्रोल भत्ता भी दिया।
इनका मुख्य कार्य क्षेत्र में जमीनी स्तर पर कार्य करना और लोगों को भाजपा की विचारधारा से जोडने का था लेकिन विधानसभा चुनावों से पहले ये विस्तारक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए। अब इन्हें नए सिरे से तैयार कर लोकसभा चुनावों की रणनीति बनाई जा रही है।