
जयपुर। प्रदेश में 4 सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव में अब एसीबी भी की भी एंट्री हो गई है। विधायकों की खरीद-फरोख्त और हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका को लेकर कैबिनेट मंत्री और विधानसभा में मुख्य सचेतक में जोशी ने एसीबी मुख्यालय में परिवार दर्ज करवाया है और इस मामले में एसीबी से मुस्तैदी के साथ जांच करने की मांग की है।
महेश जोशी ने आज दोपहर 12 बजे एसीबी मुख्यालय में परिवाद दर्ज करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सोशल मीडिया और अन्य स्रोत से आशंका व्यक्त की जा रही है कि राज्यसभा के इन चुनावों में धनबल का भारी खेल हो सकता है।
महेश जोशी ने कहा कि क्योंकि मैं राज्य विधानसभा में सरकारी मुख्य सचेतक हूं, मेरी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि अगर इस तरह के मामले सामने आते हैं तो उस पर लिखित में परिवाद पेश करूं।
हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए माहौल खराब कर रही है बीजेपी
मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए माहौल खराब कर रही है। पर्दे के पीछे से हॉर्स ट्रेडिंग का खेल खेला जा रहा है, जिससे लोकतंत्र कमजोर होने का खतरा बना हुआ है।
इसलिए हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हमें ऐसी साजिशें और बीजेपी के कारनामों को जनता के सामने लेकर आएं। महेश जोशी ने कहा कि और हॉर्स ट्रेडिंग को राजस्थान में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है गहलोत सरकार
जोशी ने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है। इसलिए जहां भी भ्रष्टाचार होता है वहां पर एसीबी फौरन कार्रवाई करती है। इसलिए हम राजस्थान में किसी भी तरीके के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। पैसे लेने वाला और देने वाला दोनों ही भ्रष्टाचारी होते हैं।
एक भी निर्दलीय विधायक नहीं बना सुभाष चंद्रा का प्रस्तावक
महेश जोशी ने कहा कि भले ही सुभाष चंद्रा को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पेश किया गया है लेकिन सभी को पता है कि वह बीजेपी के इशारे पर चुनाव मैदान में उतरे हैं। अगर वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे होते तो उनका एक भी प्रस्तावक निर्दलीय प्रत्याशी क्यों नहीं बना? उनके सभी प्रस्तावक बीजेपी के विधायक है। ऐसे में अब वोट कैसे आएंगे, इसके लिए हॉर्स ट्रेडिंग का सहारा लिया जा रहा है। सुभाष चंद्रा के जरिए बीजेपी हॉर्स ट्रेडिंग का गंदा खेल राजस्थान में खेल रही है।
जोशी ने कहा कि इसकी संभावना इसलिए भी बनती है क्योंकि पहले भी बीजेपी के कई नेता सरकार गिराने के बयान दे चुके हैं। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आपत्ति इस बात पर नहीं है कि बीजेपी ने चंद्रा का समर्थन किया है। बीजेपी अगर उन्हें अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारती तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। होना ये चाहिए था कि चार-पांच निर्दलीय विधायक सुभाष चंद्रा के प्रस्तावक बनते और बाद में बीजेपी उनका समर्थन करती तो समझ में आता,लेकिन उनके सभी प्रस्तावक बीजेपी के विधायक हैं।
जरूरत पड़ी तो चुनाव आयोग जाएंगे
मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि आज एसीबी में सामान्य परिवार दर्ज कराया गया है। अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले को लेकर चुनाव आयोग भी जाएंगे लेकिन बीजेपी के हॉर्स ट्रेडिंग के फॉर्मूले को कामयाब नहीं होने देंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों की नाराजगी को देखते हुए बीजेपी ने उद्योगपति सुभाष चंद्रा को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा है, जिससे अब राज्यसभा का चुनाव दिलचस्प मोड पर आ गया है।