Jaipur news । विभिन्न समस्याओं को लेकर मौलाना अबुल कलाम आजाद फाउण्डेषन के चेयरमैन हबीब गारनेट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। जिसमें खासकर प्रदेश भर में लाॅक डाउन के बाद बने हालात को देखते हुए बिजली उपभोक्ताओं के बिल माफ करने, मुस्लिम शवों को दफनाने के लिए आ रही जगह की तंगी को मदृदेनजर रखते हुए जमीन का आवंटन, विभिन्न बोर्डों, अकादमी, निगम, आयोग आदि में राजनीतिक नियुक्तियां षीघ्र किए जाने की मांग की गई है।
पत्र में मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह अपने स्तर पर इस मामले को देखें तथा जनता की परेषानियों को देखते हुए कम से कम तीन माह के बिजली के बिल माफ करने का आदेष जारी करें। जनता इन दिनों हर तरफ से पिटी हुई है। लोगों के धन्धे, रोजगार और नौकरियां तक छिन गई है तो ऐसे में वे बिजली का बिल कैसे चुका पाएंगे। हमें पडौसी राज्य दिल्ली से भी सीखना चाहिए कि वहां की सरकार बिजली व पानी के बिल माफ किए हुए है।
राजधानी जयपुर में कब्रिस्तान के लिए जमीन की तंगी को लेकर भूमि की आवष्यकता भी बताई गई है। उल्लेखनीय है कि नाहरी का नाका व घाटगेट स्थित कब्रिस्तान में षवों को दफनाने के लिए जगह की तंगी लम्बे समय से महसूस की जा रही है। शहर में ये दो बडे कब्रिस्तान है, जहां अब शव दफनाने के लिए जगह नहीं बची है। लिहाजा राज्य सरकार भूमि आवंटित कर राहत प्रदान करें।
इसी प्रकार राज्य सरकार के स्तर पर की जाने वाली राजनीतिक नियुक्तियां भी अभी तक नहीं हुई है। सरकार बने करीब दो साल होने जा रहे है, किन्तु जनता से जुडे किसी भी बोर्ड, निगम, अकादमी, आयोग आदि में कोई नियुक्तियां नहीं हुई है। जिसके चलते मौलाना अबुल कलाम आजाद फाउण्डेषन के चेयरमैन हबीब गारनेट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में इस ओर ध्यान दिलाते हुए शीघ्र राजनीतिक नियुक्तियां करने की मांग की गई है।