नई दिल्ली/जयपुर/ राजस्थान में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव सहित देश के अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को मद्दे नजर रखते हुए भाजपा संगठन में बड़ा बदलाव कर सकती है।
यहां तक की राजस्थान के संगठन प्रभारी सहित कई प्रभारियों पर भी बदलाव की गाज गिर सकती है और भाजपा केंद्रीय नेतृत्व का फोकस विशेषकर राजस्थान पर अधिक है।
राजस्थान में भाजपा में आंतरिक खींचा दान और एकजुटता का अभाव हाल ही में भाजपा की संपन्न हुई जन आक्रोश यात्रा के दौरान जयपुर में देखने को मिला जब 1 दिसंबर को जयपुर में जनाक्रोश यात्रा का आगाज किया गया ।
आवाज में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर आए थे लेकिन इस कार्यक्रम में भाजपा द्वारा आयोजित सभा में भीड़ नहीं जुटा पाई और पार्टी के नेताओं पदाधिकारी एकजुट नजर नहीं आए और इसी का नतीजा रहा कि सपा खाली-खाली रही ।
इससे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी के शीर्ष नेता राजस्थान के भाजपा नेताओं से काफी नाखुश और नाराज है यही नहीं यात्रा के शुभारंभ के दौरान बी जे पी नड्डा की मौजूदगी नहीं मंच पर भाजपा नेताओं की आपसी गुटबाजी खुलकर सामने आई और एक दूसरे पर बयानों के जरिए निशाना साधने की कोशिश की गई।
हालांकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की आम सभा में जयपुर के सभी विधायक पूर्व विधायक तो उपस्थित हो गए लेकिन वह अकेले ही कार्यक्रम में शामिल हुए और अपने समर्थकों तथा भीड़ को वह कार्यक्रम में लाने में असफल रहे यह संदेश पार्टी के राष्ट्रीय नेता और पदाधिकारियों तक पहुंचने के बाद इस पर मंथन शुरू हो गया है और राजस्थान में संगठन के कई पदों पर नए चेहरों को लाने का निर्णय हो चुका है ?
पूनिया की विदाई तय ?
सूत्रों के अनुसार राजस्थान की संगठन प्रभारी को भी बदला जा सकता है इसके साथ ही प्रदेश संगठन और मंडलों से लेकर जिला अध्यक्षों बड़ा बदलाव क्या बात हो चुकी है और इस पर भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सहमति भी करीब-करीब बन चुकी है।
सूत्रों की माने तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया कि अब विदाई करीब-करीब तय मानी जा रही है।
देश में अगले साल होने वाले राज्य की विधानसभा चुनाव से पहले संगठन बड़ा बदलाव करने पर विचार भाजपा कर चुकी है और भाजपा कई राज्य के संगठन मंत्रियों को भी बदल सकती है ।
इनमें राजस्थान हिमाचल प्रदेश दिल्ली सहित कई राज्यों के संगठन मंत्रियों में बदलाव हो सकता है और इस को लेकर भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में सहमति भी बन चुकी है।