Jaipur News । राज्य लिंग चयन प्रतिषेध अधिनियम (पीसीपीएनडीटी) प्रकोष्ठ ने शनिवार को भ्रूण लिंग परीक्षण के मामले में लम्बे समय से वांछित चल रहे मोस्ट वांटेड आरोपित खेतडी जिला झुंझुनूं निवासी अवधेश पांडे पुत्र कुमार शंकर पांडे को अशोक नगर थाना इलाके में स्थित सहकार सर्किल के पास से गिरफ्तार किया है। आरोपित अवधेश पांडे गत वर्ष 15 जून को झुंझुनूं के तातेजा गांव में हुये पीसीपीएनडीटी दल द्वारा किये गये डिकाय ऑपरेशन के दौरान चकमा देकर फरार गया था।
अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम नरेश ठकराल ने बताया कि आरोपित के खिलाफ पीबीआई थाने में भ्रूण लिंग परीक्षण के 5 मामले दर्ज हैं। इसके साथ ही एक मामला हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले में भी दर्ज है, जिसमें आरोपित को सजा भी हो चुकी है।
ठकराल ने बताया कि मुखबिर के माध्यम से आरोपित अवधेश के बारे में एसआई पूरणमल यादव को सूचना मिली कि शनिवार को वह जयपुर आया हुआ है एवं कुछ समय बाद सहकार सर्किल से जाने वाला है। इस सूचना के बाद तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शालिनी सक्सेना के निर्देशन में दल गठित कर आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित द्वारा भ्रूण लिंग परीक्षण के समय काम में ली गयी सोनोग्राफी मशीन एवं वाहन को भी बरामद करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि भ्रूण लिंग परीक्षण के लिये पहले वे गर्भवती की रैकी करते हैं। इसके बाद सुविधा अनुसार गर्भवती के घर या एजेंट के बताये किसी अन्य स्थान पर भ्रूण लिंग परीक्षण करते हैं। आरोपित पांडे ने बताया कि उसे अब तक याद भी नहीं हैं कि कितनी गर्भवती महिलाओं के भ्रूण लिंग परीक्षण किये हैं।उसके गिरोह में सत्येन्द्र निवासी ढाणा पचेरी, सुरेश निवासी तातीजा, इन्द्रजीत सैनी निवासी प्यारेलाल, रविसिंह, गजानन्द भी कार्य करते हैं । आरोपित पांडे मूल रूप के उत्तरप्रदेश के भीखमपुर का रहने वाला है। वर्ष 1988 से झुंझुनूं के खेतडी में रह रहा है।