जयपुर। दिल्ली में गुरूवार को भाजपा की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में यहां तैयार हुए उम्मीदवारों के पैनलों पर चर्चा कर अंतिम मुहर से पहले ही विधानसभा सीटों पर नया विवाद सामने आ गया है। मौजूदा विधायकों के टिकट काटने के मामले पर चुनाव प्रभारी प्रकाश जावडेकर और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आमने सामने हो गए है।
ऐसे में करीब 40 सीटों पर असमंजस की स्थिति बन गई है। जावडेकर चाहते हैं कि 80 विधायकों की रिपोर्ट सही नहीं होने के चलते उनके टिकट काटे जाए वहीं सीएम सिर्फ अपने विरोधी विधायकों के टिकट काटने पर अडी हुई है।
इन सीटों पर पार्टी के आला नेताओं पर एकराय नहीं बन पा रही है। इसको लेकर दो दिनों तक चले मंथन के दौरान भी कई बार पार्टी नेताओं में बातचीत हुई किन्तु इन सीटों पर किसी एक नाम पर सभी नेता एक राय नहीं हो पाए। अब माना जा रहा है कि इन सीटों के लिए जिताऊ प्रत्याशियों के नामों पर दुबारा मंथन किया जाएगा।
इन सीटों पर एक राय बनाने के लिए बुधवार को नई दिल्ली में राष्टï्रीय अध्यक्ष अमित शाह के निवास पर प्रदेश के नेताओं की बैठक हुई और केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले आमराय बनाने के प्रयास किए गए।
बताया जा रहा है कि प्रदेश की 80 सीटों सीटों पर तो सभी नेताओं ने एक राय होकर पैनल तय किया है वहीं करीब 60 सीटों पर तीन तीन दावेदारों के नाम तय हुए हैं। इसके अलावा कुछ सीटों पर पांच नाम भी रखे गए हैं लेकिन करीब तीन दर्जन सीटों पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है।
इन सीटों पर प्रदेश भाजपा के सभी गुट अपने समर्थकों को टिकट देने की मांग कर रहें हैं वहीं विधानसभा चुनाव प्रभारी उनके नामों पर सहमत नहीं है।
ऐसे में पार्टी के अन्य नेताओं से भी समर्थन हासिल करने की कोशिश की जा रही है। बुधवार को शाह के निवास पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर, प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड, केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने शाह के साथ बैठक की। इसमें भी प्रदेश की उन सीटों पर संभावित प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा की गई जिन पर प्रदेश भाजपा के नेताओं में एकराय नहीं बन पा रही है। इस मौके पर शाह ने पार्टी नेताओं से अब तक की चुनावी तैयारियों का फीडबैक लिया।
रायशुमारी और फीडबैक के दौरान मिले सुझावों पर चर्चा की। प्रत्याशियों की पहली सूची की घोषणा पर भी बात की गई। वहीं चुनावों में स्टार प्रचारकों की सभाओं के आयोजन को लेकर भी चर्चा की गई।