कोटा । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से कोटा में चल रहे द्वितीय वर्ष के विशेष वर्ग में स्वयंसेवकों को सरसंघचालक मोहन भागवत का सान्निध्य मिला। वे सोमवार देर रात कोटा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न सत्रों के माध्यम से स्वयंसेवकों को संबोधित किया और उनसे रूबरू भी हुए । राष्ट्रीय स्वयंसेवक के क्षेत्र प्रचार प्रमुख महेन्द्र सिंहल ने बताया कि सरसंघचालक डॉ. भागवत दो दिवसीय प्रवास पर सोमवार शाम को कोटा पहुंचे और मंगलवार रात्रि में कोटा से निकल गए। राजस्थान में इन दिनों स्वयंसेवकों के लिए विभिन्न स्थानों पर सात प्रशिक्षण वर्ग चल रहे हैं। इनमें 4008 प्रशिक्षणार्थी, शिक्षक एवं प्रबंधक भाग ले रहें हैं। द्वितीय वर्ष का विशेष वर्ग कोटा में आयोजित हो रहा है। यह वर्ग चालीस वर्ष से अधिक आयु के स्वयंसेवकों के लिए आयोजित किया गया है। इसमें महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के 669 स्वयंसेवक प्रशिक्षण ले रहे हैं। सीकर में 345, बीकानेर में 565 और चित्तौड़ गढ़ में 640 स्वयंसेवक प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण ले रहे हैं। बीकानेर में व्यवसायी स्वयंसेवकों के वर्ग 102 प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसी प्रकार जयपुर में प्रथम वर्ष का विशेष वर्ग चल रहा है, जिसमें 206 स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं।
पर्यावरण एवं सेवा कार्यों का प्रशिक्षण पानी की बचत करने के लिए स्वयंसेवक अपने झूठे बर्तन मिट्टी से साफ कर रहे हैं। इससे रोजाना चालीस हजार लीटर पानी की बचत होती है इस प्रकार 20 दिनों में आठ लाख लीटर पानी की बचत होगी।
सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण
राजस्थान के सभी 7 वर्गों में दोनों समय के भोजन की चपातियां विभिन्न समाजों से आ रही हैं। रोजाना लगभग दोनों समय का भोजन 8000 परिवारों से एकत्रित किया जा रहा है। इस प्रकार संघ प्रत्यक्ष रूप से बीस दिन में करीब एक लाख साठ हजार परिवरों में पहुंचेगा।