नागौर। खींवसर सीट से विधायक हनुमान बेनीवाल के सामने उनकी ही भतीजी डॉ. अनिता बेनीवाल ने चुनावी ताल ठोक दी है। राज्य में तीसरे मोर्चे को अस्तित्व में लाने के लिए दिन रात एक करने वाले हनुमान बेनीवाल को अब उनके ही घर में कडी टक्कर मिलने वाली है। इसके लिए बासनी सर्किल स्थित निजी आवास पर शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल से लगातार खींवसर क्षेत्र की जनता से जुड़ाव बना हुआ है। जनता की मानस के अनुसार ही उन्होंने चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि 10 साल से विधायक रहने के बावजूद जो मुद्दे हनुमान बेनीवाल पूरे नहीं कर पाए, वह उन्हें पूरा करेगी तथा अपने दादा स्व. रामदेव चौधरी व पिता के सपने को पूरा करेगी। वे पारिवारिक बातों को दूर रखते हुए केवल आमजन के मुद्दों की लड़ाई के लिए मैदान में उतरेगी। चाचा विधायक हनुमान बेनीवाल के काम करने का तरीका अलग है और वे उनसे सहमत नहीं है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे उनके आदर्श है।
अनिता बेनीवाल भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रही है। उन्होंने कहा कि खींवसर की जनता चाहती है कि वह चुनाव लड़े। इसी को देखते हुए उन्होंने चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है।
बता दें कि अनीता बेनीवाल हनुमान बेनीवाल बड़े भाई स्व. रामप्रसाद बेनीवाल की बेटी हैं। रामप्रसाद बेनीवाल ने ही पूर्व विधायक पिता रामदेव बेनीवाल की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने में हनुमान बेनीवाल का सहयोग किया था। रामप्रसाद बेनीवाल पीडब्ल्यूडी मे डबल ए क्लास के बड़े ठेकेदार थे और तीन बार अपनी पैतृक ग्राम पंचायत में सरपंच भी रहे थे। रामप्रसाद की पुत्री अनिता चिकित्सक है और अब राजनीति में अपने दादा व पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुनावी मैदान में अपने सगे चाचा हनुमान बेनीवाल के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में दमखम दिखाने की तैयारी में है।