बारां कलक्टर के पीए महावीर नागर ने बोला में छोटा कर्मचारी हूं, इतने ज्यादा पैसे खुद के लिए नहीं ले सकता

Dr. CHETAN THATHERA
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File Photo -फोटो मैं गोले वाला बारां के पूर्व जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के पीए महावीर नागर

Jaipur News । पदस्‍थापन की प्रतीक्षा में रखे गए बारां के पूर्व जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के पीए महावीर नागर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है। कोटा भ्रष्‍टाचार निरोधक ब्‍यूरो (एसीबी) की ओर से पीए नागर के आवास की तलाशी में बारां शहर में 7 भूखंडों के दस्तावेज मिले हैं। इसके अतिरिक्त 8 बैंक खाते और एक लॉकर का डॉक्यूमेंट मिला है। उसके आवास से 7 वाहन, जिनमें 4 दोपहिया वाहन, एक कार और दो ट्रैक्टर के दस्तावेज मिले है। आरोपी के पास बड़ी मात्रा में कृषि भूमि और प्रॉपर्टी मिलने की बात भी सामने आई है।

एसीबी ने बारां कलक्टर के पीए को बुधवार को एक लाख 40 हजार की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। पीए महावीर नागर का आज एसीबी ने कोविड 19 टेस्ट भी करवाया है। जब एसीबी की टीम वापस चौकी पर पहुंची तो मीडिया से बात करते हुए नागर ने कहा कि मैं छोटा कर्मचारी हूं, इतने ज्यादा पैसे खुद के लिए नहीं ले सकता था। नागर ने कहा कि यह पैसा जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के लिए ही उसने लिया है। कुछ फाइलों के लिए कलेक्टर खुद निर्देशित कर देते थे कि पैसा लेना है। पूरा का पूरा पैसा ही जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव का है। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार का कहना है कि पीए महावीर नागर से पूछताछ में सामने आया है कि जो राशि रिश्वत की उन्होंने ली है, उसमें से कुछ हिस्सा वे रखते थे, कुछ बाबू का होता था और बची हुई राशि कलेक्टर इंद्र सिंह राव के पास चली जाती थी।
एसीबी ने गुरुवार तडक़े 4 बजे तक महावीर प्रसाद और इंद्र सिंह राव से पूछताछ की है। पूछताछ के बाद एसीबी टीम ने एपीओ किए गए जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव का मोबाइल फोन भी जप्त किया है। एसीबी ने इस पूरे मामले के सत्यापन के दौरान भी इंद्र सिंह राव की मौन स्वीकृति होना पाया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के ओएसडी समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे इंद्र सिंह छठीं बार एपीओ हुए हैं। वे एक बार सस्पेंड भी हो चुके हैं। एसीबी की प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि रिश्वत लेने के मामले में कलेक्टर इंद्र सिंह की अपरोक्ष रूप से संलिप्तता है। एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि अब जिला कलेक्टर इंद्र सिंह का नाम भी एफआईआर में दर्ज किया जाएगा। प्रमोटी आईएएस इंद्र सिंह को राज्य सरकार ने 25 दिसंबर 2018 को बारां जिले का कलेक्टर बनाया था।
इंद्र सिंह राव यूपीए राज के दौरान तत्कालीन संचार और आईटी राज्य मंत्री सचिन पायलट के ओएसडी रह चुके हैं। इंद्र सिंह आरएएस अफसर थे, लेकिन बाद में प्रमोशन से आईएएस अफसर बन गए। इंद्र सिंह कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। कलेक्टर बनने से पहले रेवेन्यू बोर्ड अजमेर के सदस्य थे। एडीएम सिटी बीकानेर समेत राज्य सरकार के कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वे श्री गंगानगर और हनुमानगढ़ के एसडीएम रह चुके हैं। जानकारी के मुताबिक सचिन पायलट जब अजमेर से सांसद थे, तब वह पायलट के ओसएडी भी रह चुके हैं।
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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम