Jaipur news । राजस्थान मे निर्दलीय विधायकों के समर्थन से बनी कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार डेढ साल बाद भी निर्दलीय विधायकों को मंत्री मडंल और बोर्डों मे जगह नही मिलने तथा मंत्री पद से वंचित रहे कांग्रेस के असंतुष्ट विधायको को निगमो मे पद नही मिलने से नाराज है । इन नाराज विधायको ने अंदरखाने से मुख्यमंत्री से नाराज चल रहे पार्टी के एक बडे धडे के आला के पर्दे के पीछे स्पाॅट से बगावत कर दी है ।
टकराव का कारण यह तो नही
राजस्थान की सियासत मे टकराव का खेल लंबे समय से चल रहा है यह सर्व विदित है । लेकिन हाल ही मे भी राज्यसभा चुनावो मे भी प्रत्याशियों को लेकर सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच सहमति नही बनी थी आलाकमान को हस्तक्षेप करना पड़ा था फिर भी सचिन खेमे से उनके चेहते को टिकट नही दिया गया ।
सूत्र बताते है की मंत्री मडंल विस्तार और राजनैतिक नियुक्तियों के लिए जो सूची दिल्ली आलाकमान को भेजी गई उनमे भी सचिन पायलट खेमे की उपेक्षा की गई बताते है । इसको लेकर भी सचिन पायवट नाराज है बताते है ।
निर्दलीयो के पास गहलोत सरकार की चाबी
सियासी भूचाल को लेकर अभी खबर लिखे जाने तक मुख्यमंत्रीअशोक गहलोतके आवास पर मंत्री मडंल की आपात बैठक जारी है और सभंवतया यह खबर आप तक पहुंचे तब तक बैठक समाप्त भी हो सकती है । अब गहलोत को अपनी सरकार टर आए इस सकंट से बचने का एक ही रास्ता है की बसपा और अन्य निर्दलीय विधायकों मे से कूछ को मंत्री मडंल मे थो कुछ को तत्काल अन्य राजनैतिक नियुक्तियां देकर सरकार को स्थिर किया जा सकता है । अगर ऐसा नही होता है इस माह के समाप्त होने तक स्थितियां हाथ से निकल सकती है ।