अशोक गहलोत, अजय माकन और डोटासरा के बीच राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर चला महामंथन, सचिन पायलट दे चुके है अपनी सूची

Dr. CHETAN THATHERA
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jaipur News। राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने मंगलवार रात सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर महामंथन किया। मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार देर रात तक करीब ढाई घंटे चली बैठक में कई अहम मसलों पर चर्चा हुई। बैठक में निकाय चुनाव के परिणामों पर चर्चा हुई। साथ ही आने वाले उपचुनाव की तैयारियों को लेकर भी मंथन हुआ।

पीसीसी की कार्यकारिणी का विस्तार और अजय माकन के प्रदेश के शेष संभागों के दौरे के कार्यक्रम को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई है। जिलों में होने वाली करीब 30 हजार राजनीतिक नियुक्तियों और जिला अध्यक्षों को लेकर भी चर्चा हुई। हालांकि, बैठक में शामिल नेता फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार से इनकार कर रहे हैं, लेकिन इस बात की पूरी संभावना है कि माकन के इस दौरे के बाद प्रदेश में नेताओं और कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियों का तोहफा मिल सकता है। बुधवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ होने वाली माकन की बैठक में भी राजनीतिक नियुक्तियों और उपचुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा हो सकती है।

बैठक में गहलोत, माकन और डोटासरा के अलावा प्रभारी मंत्री और चारों विधानसभा सीटों पर लगाए गए पीसीसी के प्रभारी पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा दोपहर 2 बजे पीसीसी की बैठक में निकाय चुनावों के परिणामों की समीक्षा के साथ-साथ आने वाले उपचुनाव को लेकर भी पार्टी नेताओं को अहम जिम्मेदारियां दी जाएंगी। पायलट कैंप के विधायक भी माकन से गुरुवार को मुलाकात कर सकते है। माकन का पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मिलने का कार्यक्रम है।

राजस्थान कांग्रेस में नेताओं की आपसी खींचतान की वजह से कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन की राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर दी गई डेडलाइन पार हो गई है। माकन ने 31 जनवरी तक राजनीतिक नियुक्तियां करने की घोषणा की थी, माकन की डेडलाइन निकलने के बावजूद अभी तक राजनीतिक नियुक्तियों का काम पूरा नहीं हुआ है। इससे पहले माकन ने 31 दिसंबर तक कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी के गठन का दावा किया था लेकिन संगठन की नियुक्तियां भी देरी से हुई। माकन की बताई डेडलाइन पर न सत्ता और न संगठन की नियुक्तियां हुई।

प्रदेश में करीब 51 बोर्ड, आयोग और निगमों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, सदस्यों की राजनीतिक नियुक्तियां शेष हैं। अभी मंत्रिमंडल मेंं 9 मंत्रियों की जगह खाली है। लंबे समय से कांग्रेस के कई विधायक मंत्रिमंडल विस्तार का इंतजार कर रहे हैं। पायलट खेमे के बगावत के बाद से ही बताया जा रहा है कि पायलट खेमा जल्द मंत्रिमंडल विस्तार का दबाव बना रहा है। पायलट ग्रुप की बगावत के समय खुद पायलट और उनके साथ उनके समर्थक रमेश मीणा और विश्वेंद्र सिंह को मंत्री पद से बर्खास्त किया गया था। पायलट अब अपने छह से सात समर्थक विधायकों को मंत्री बनाने की मांग को लेकर दबाव बना रहे हैं। इस पर सहमति बनना बाकी है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम