जयपुर/ सुरक्षा एजेंसी(IB) और उत्तर प्रदेश एटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश के शामली से आतंकी संगठन आईएसआई के लिए काम करने उनके लिए हथियार जमा करने और भारत की खुफिया सूचनाएं देने के आरोप में गिरफ्तार कर उसके पास से पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के एजेंट से कनेक्टिविटी के सबूत मिले हैं।
सूत्रों के अनुसार सेंट्रल एजेंसी और उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए शामली से कलीम नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया गया है कलीम पिछले 6 दिन पहले ही पाकिस्तान से भारत लौटा था पाकिस्तान में अपने रिश्तेदार के यहां रहने के दौरान ही उसकी मुलाकात आईएस आई से जुड़े लोगों से हुई थी और उस दौरानी उनकी जान पहचान हो मुलाकात बढ़ने के बाद आई एस आई के एजेंटों ने कलीम को पैसों का लालच देकर भारत में जेहाद फैलाने के लिए तथा हथियार गोला-बारूद और पैसा देने का वादा किया था इसके अलावा आईएसआई ने कलीम को शरीयत कानून लागू करने के लिए लोगों को जोड़ने का आज भी दिया था ।
केंद्रीय एजेंसी और उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कलीम की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से एक मोबाइल भी बरामद किया जिसकी प्रारंभिक जांच में ही चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं जिसमें आईएसआई उत्तर प्रदेश मैं अपना स्लीपर सेल का जाल फैलाया हुआ है तथा आई एस आई भारत में टांगे करवाना चाहता है कलीम के मोबाइल में पाकिस्तान के लाहौर में बैठे इसी के अधिकारी दिलशाद मिर्जा उर्फ शेख खालिद हाफिज कलीम की चाट मिली है जिससे कलीम बात कर रहा था और उसे वहां से दिशा निर्देश मिल रहे थे पाकिस्तानी एजेंसी उत्तर प्रदेश में सेवा के ठिकानों की जासूसी राफेल विमान की जासूसी आदि गुप्त जानकारी एकत्र कर कर रही थी कलीम ने आईएसआई के अधिकारी जाट को सुना के कई ठिकानों की और खुफिया तस्वीरें भेजी है।
केंद्रीय एजेंसी और यूपी की एसटीएफ की छापेमारी बढ़ते ही उत्तर प्रदेश में आईएसआई के चल रहे स्लीपर सेल में हड़कंप मच गई और इसकी सूचना भी व्हाट्सएप के जरिए आई एस आई के अधिकारी दिलशाद को भेजी गई जांच में में यह भी सामने आया है कि कलीम पाकिस्तान से कई बार तस्करी करके हथियार भी भारत लेकर आया है और पाकिस्तान से लाए गए हत्यारों से आम लोगों पर हमले करना और दहशत फैलाने का उद्देश्य था केंद्रीय एजेंसी और उत्तर प्रदेश एसटीएफ अस्पताल में जुटी हुई है और इसमें और भी गिरफ्तार होने के साथ भी कई चौंकाने वाले खुलासे और हो सकते हैं