जयपुर। देशभर में सोमवार 22 मार्च को अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में गुर्जर समाज की एकता, उत्थान एवम विकास के लिए शपथ ली जाएगी। अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि शंकर धाभाई और राष्ट्रीय महासचिव योगेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि सोमवार को गुर्जर समाज की सभी संस्थाएं अपने-अपने क्षेत्र में सभा-सम्मेलनों का आयोजन करेंगी। कार्यक्रमों में सम्राट कनिष्क एवम गुर्जर समाज के इष्ट देवता देवनारायण जी की मूर्ति पर माल्यार्पण होगा और उन से सम्बंधित व्याख्यान दिए जाएंगे।
उन्होंनेे बताया कि 22 मार्च को महान गुर्जर सम्राट कनिष्क का राज्य रोहण हुआ था। इसलिए प्रतिवर्ष 22 मार्च को अंतराष्ट्रीय गुर्जर दिवस के रूप में मनाया जाता है। गुर्जरों के पूर्वज सम्राट कनिष्क ने शक संवत के नाम से एक नए संवत शुरू किया जो आज भी भारत में चल रहा हैं। शक संवत संवत को सम्राट कनिष्क ने अपने राज्य रोहण के उपलक्ष्य में 78 ईस्वी में चलाया था। इस संवत कि पहली तिथि चैत्र के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा (22 मार्च) होती हैं जो कि विश्व विख्यात सम्राट कनिष्क महान के राज्य रोहण की वर्षगांठ हैं।