जयपुर। प्रदेश में तबादलों का दौर शुरू होते ही अब आरोप-प्रत्यारोप और नाराजगी का सिलसिला भी शुरू हो गया है। अपने क्षेत्र में तबादलों से नाराज किशनपोल से कांग्रेस विधायक अमीन कागजी आज अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के आवास पर पहुंच गए और धरना दे दिया।
इस दौरान अमीन कागजी के साथ आए समर्थकों ने जमकर नारेबाजी भी की। अमीन कागज़ी अपने समर्थकों के साथ ही मंत्री के आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा और विधायक अमीन कागजी के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई। मंत्री ने विधायक को धरने से उठाने के प्रयास भी किए लेकिन विधायक समर्थकों के साथ ही धरने पर बैठे रहे।
दरअसल विधायक अमीन कागजी की नाराजगी यह थी कि उनके क्षेत्र में 4 अल्पसंख्यक वर्ग से जुड़े चिकित्सक थे, जिनका तबादला उनकी जानकारी के बगैर किया गया और बाहरी चिकित्सकों को उनके क्षेत्र में भी उनकी जानकारी के बगैर लगाया गया जिस पर कागजी भड़क गए। उन्होंने साफ तौर पर मंत्री को कहा कि उनके क्षेत्र में वहीं चिकित्सक और अधिकारी लगेगा जिसकी सिफारिश वो करेंगे।
चिकित्सा मंत्री के फैसले पर उठाए सवाल
धरने के दौरान विधायक अमीन कागजी ने चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के फैसले पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में 4 ही अल्पसंख्यक वर्ग से चिकित्सक थे और उनके भी तबादले कर दिए गए आखिर चिकित्सा मंत्री की मानसिकता क्या है? उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में जनता क्लिनिक है, सरकारी डिस्पेंसरी हैं बावजूद इसके उनकी जानकारी के बगैर आखिर क्यों तबादले किए गए। इस पर मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि जो तबादले किए गए हैं वह नियमों के तहत किए गए लेकिन फिर भी विधायक चाहते हैं तो उन्हीं के अनुसार तबादले हो सकते हैं। इस पर अमीन कागजी नहीं माने और मौके पर ही नए आदेश निकालने की मांग पर अड़े रहे। बाद में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने उनकी मांगों का समाधान करने और उनकी नाराजगी खत्म करने का आश्वासन दिया तब जाकर मामला शांत हुआ।