जयपुर। मुख्यमंत्री पद को लेकर राजस्थान कांग्रेस में मचे सियासी घमासान के बीच आज सभी की निगाहें प्रदेश प्रभारी अजय माकन की रिपोर्ट पर टिकी है, जहां अजय माकन आज पूरे घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखित में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
बताया जा रहा है कि दोपहर 2 बजे तक अजय माकन सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपेंगे और रिपोर्ट के बाद ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस पूरे मामले पर कोई फैसला लेंगीं। फिलहाल गहलोत पायलट कैंप का पूरा फोकस भी सोनिया गांधी के फैसले पर है।
विश्वस्त सूत्रों की माने तो गहलोत समर्थक मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, शांति धारीवाल और महेश जोशी पर प्रदेश प्रभारी अजय माकन कार्रवाई के मूड में है। बताया जा रहा है कि अपनी रिपोर्ट में भी अजय माकन इन तीन नेताओं पर कार्रवाई की सिफारिश पार्टी आलाकमान से करेंगे।
चर्चा यह भी है कि तीनों मंत्रियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा सकता है या फिर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। इससे पहले सोमवार रात मंत्री शांति धारीवाल ने साफ कर दिया था कि अगर कोई कार्रवाई होती है तो उसका सामना करेंगे।
प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर बुलाई गई बैठक को अनुशासनहीनता माना था और इसके लिए मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और प्रताप सिंह को जिम्मेदार बताया था।
इधर कांग्रेस गलियारों में चर्चा इस बात की है कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से गहलोत समर्थक मंत्रियों पर अनुशासन कार्रवाई होती है तो इसके बाद राजस्थान कांग्रेस की सियासत में टकराव और बढ़ेगा। बताया जाता है कि गहलोत खेमा फिर खुलकर आर-पार की लड़ाई का मोर्चा खोल देगा। ऐसे में पार्टी आलाकमान की सोच समझकर कोई फैसला लेगा।
वहीं पिछले 2 दिनों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट इस पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साधे हुए हैं। दोनों की चुप्पी के भी कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि दोनों ही खेमों की तरफ से बयानबाजी का दौर जारी है।
रविवार को आक्रमक तेवर दिखा चुका गहलोत कैंप सोमवार को शांत रहा तो वहीं पायलट खेमे के नेताओं ने तीखे तेवर अपनाएं। पायलट खेमें के खिलाड़ी बैरवा, गिरिराज सिंह मलिंगा, राजेंद्र गुढ़ा ने गहलोत कैंप पर हमले तेज किए।