राजस्थान कांग्रेस के आधा दर्जन नेताओं पर भी हो चुकी है जांच एजेंसियों की कार्रवाई

जयपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) 2 दिन से लगातार पूछताछ कर रही है और आज पूछताछ का तीसरा दिन है। इस मामले में जहां देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता अपना विरोध दर्ज कराने दिल्ली पहुंचे हैं और केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगा रहे हैं। वहीं भाजपा ईडी की कार्रवाई के समर्थन में हैं। दिलचस्प बात यह भी है कि राजस्थान कांग्रेस के भी आधा दर्जन नेता केंद्रीय जांच एजेंसियों ईडी, आईटी और सीबीआई की कार्रवाई का सामना कर चुके हैं।

सियासी संकट के दौरान इन कांग्रेस नेताओं पर हुई थी इनकम टैक्स की छापेमारी

जुलाई 2020 में सचिन पायलट कैंप की ओर से बगावत करने के बाद सरकार पर आए सियासी संकट के दौरान भी केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगे थे और जांच एजेंसियों की कार्रवाई की टाइमिंग पर सवाल खड़े हुए थे। दरअसल उस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोड़ा पर इनकम टैक्स की रेड हुई थी।

प्रताप सिंह और अग्रेसन गहलोत पर ईडी की कार्रवाई

इधर सियासी संकट के दौरान ही कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत को ईडी का नोटिस मिला था। प्रवर्तन निदेशालय ने प्रताप सिंह खाचरियावास के पिता और भाई को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। उस वक्त भी ईडी की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े हुए थे।

कृषणा पूनियां और देवाराम सैनी को सीबीआई ने बुलाया था पूछताछ के लिए

वहीं से संकट के दौरान भी कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी देवाराम सैनी को भी सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था। उस समय भी सीबीआई की कार्रवाई की टाइमिंग को लेकर सवाल खड़े हुए थे।