Jaipur News। दीपावली से दो सप्ताह पहले राजस्थान में आतिशबाजी पर रोक लगाने के फैसले ने पटाखा व्यापारियों की परेशानी बढ़ा दी। सरकार के निर्णय के खिलाफ पटाखा विक्रेताओं ने सोमवार को दिन में जयपुर के स्टेच्यू सर्किल पर विरोध प्रदर्शन किया। बैनर-तख्तियां हाथ में लेकर व्यापारियों ने नारेबाजी की और सरकार से अपना निर्णय वापस लेने की मांग की। वहीं इस निर्णय के खिलाफ जयपुर के पटाखा व्यापार से जुड़े राजस्थान फायरवर्क्स डीलर्स एण्ड मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन और अस्थायी पटाखा विक्रेता संघ ने मिलकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिस पर 4 नवंबर को सुनवाई होगी।
मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के प्रचार मंत्री जाहीर अहमद ने बताया कि जयपुर शहर में 1375 व्यापारियों ने आवेदन किए और इस पर भी हजारों रुपए खर्च कर दिए। सरकार के इस निर्णय से उनकी रोजी-रोटी पर तो संकट आया ही है, बल्कि शहर के व्यापारियों का 25 करोड़ रुपये से ज्यादा का एडवांस पैमेंट भी फंस गया। अब जब लाईसेंस बनकर तैयार हो गए और देने का समय आया तो सरकार ने रोक लगाकर हमारे लिए परेशानी खड़ी कर दी। पटाखा बनाने वाली कंपनियों से वह उस माल को उठाकर अपने गोदामों में भी नहीं रख सकते। क्योंकि सरकार ने अस्थायी लाईसेंस जारी करने पर ही रोक लगा दी। अगर वह बिना लाइसेंस के पटाखों का स्टॉक करते है तो प्रशासन हमारे खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।
गौरतलब है कि हर साल की तरह इस बार भी हमने दुकानें किराये पर ले ली,जिसका दुकान मालिक को एडवांंस पेमेंट कर दिया। इसी तरह पटाखे बनाने वाली कंपनियों व हॉलसेलरों को भी लाखों रुपये का एडवांस भुगतान कर दिया। ये सब इसलिए किया क्योंकि सरकार ने ही सितम्बर में पटाखों की बिक्री के लिए अस्थायी लाइसेंस जारी करने के आवेदन मांगे थे।