जयपुर
प्रदेश में कर्ज के कारण आत्महत्या करने वाले 70 किसानों का संपर्ण कर्ज माफ किया जाएगा। इसका निर्णय किसानों की कर्ज माफी को लेकर बनाई गई मंत्रियों की कमेटी की शनिवार को हुई पहली बैठक में किया गया। सचिवालय में संपन्न हुई बैठक के बाद कमेटी के संयोजक शांति धारीवाल ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि हाड़ौती संभाग में आत्महत्या करने वाले 70 किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ किया जाएगा।
बैठक में कमेटी संयोजक शांति धारीवाल, उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा, न्याय अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, सहकारी मंत्री उदयलाल आंजना, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई, मुख्यमंत्री सलाहकार गोविंद शर्मा और मुख्य सचिव डीबी गुप्ता मौजूद रहे। इसमें कर्ज माफी के लिए किसानों की पात्रता को लेकर चर्चा की गई, लेकिन पात्रता पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं किया गया। धारीवाल ने कहा कि एक दो बैठको के बाद पात्रता तय की जाएगी तथा कमेटी की अगली बैठक 10 जनवरी को होगी। कमेटी की ओर से इस बात पर भी चर्चा की गई की आत्महत्या करने वाले किसानों को संपूर्ण कर्ज माफी के अलावा किस तरह से राहत दी जाए।
बैठक के बाद कमेटी के संयोजक शांति धारिवाल ने घोषणा करते हुए कहा कि हाड़ौती के जिन 70 किसानों ने आत्महत्या कर ली थी, उनका संपूर्ण कर्जा माफ किया जाएगा। इसके लिए उनके साथ ये 2 लाख वाला राइडर अनिवार्य नहीं होगा। इस दौरान धारीवाल ने कहा कि डिफॉल्टर्स और नॉन डिफॉल्टर्स को लेकर भी मंथन का दौर जारी है, जिस पर एक-दो बैठकों के बाद मापदंड तय होंगे। इसके बाद ही यह पता चल सकेगा कि सरकारी खजाने पर कितना वित्तीय भार है। हमारी कोशिश है कि किसानों को उपज का सही दाम मिले, कमेटी इस पर भी विचार कर रही है।
कर्ज माफी के मुद्दे पर भाजपा के बयानों पर पलटवार करते हुए धारीवाल ने कहा किए उन्होंने कौन सा कर्जा माफ कर दिया है। लोकसभा चुनाव से पहले ही कर्ज माफी को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, झारखंड सहित कई राज्यों में अधिकारियों की टीम भेजी गई है और अभी कई दौरे होने बाकी है। उनकी रिपोट्र्स को भी समाहित किया जाएगा और उसके बाद ही कर्जमाफी की पात्रता तय की जाएगी।