जयपुर / केंद्र सरकार दौरा लागू गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) एक करोड़ की चोरी करने के लिए फर्जी फार्म बनाकर और जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाकर करोड़ों के फर्जी बिल काटकर अरबों रुपए की जीएसटी चोरी करने वाले एक गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने इस मामले में तीन जनों को गिरफ्तार किया है।
जयपुर की सोडाला थाना पुलिस ने मास्टरमाइंड प्रवीण जांगिड, कैलाश बेनीवाल और देवाराम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है ।
विदित है की 10 मार्च 2022 को कोर्ट आदेश पर पीड़ित रामअवतार मीणा की शिकायत थाने में दर्ज की गई रिपोर्ट के अनुसार उसकी मैसर्स मीना स्टील्स नाम से फर्म हैं । आरोपी ने फर्म मैसर्स प्रेरणा सेल्स कॉर्पोरेशन रजिस्टर्ड ऑफिस जो की मुरलीपुरा में हैं उसके जरिये इन्वॉईस विभिन्न को माल खरीद कर टैक्स का भुगतान किया ।
जिनको अलग-अलग समय पर इन्वाई टैक्स जीएसटी बिल राशि भुगतान सीजीएसटी एसजीएसटी के कर दिया ।इसमें आरोपी देवाराम ने परिवादी की फर्म से CGST SGST का भुगतान प्राप्त कर लिया लेकिन फिर भी सम्बन्धित विभाग को इस राशि का भुगतान जानबूझकर नहीं किया गया और जानबूझकर की फर्म के साथ धोखाधडी की गई ।
यह भी पता चला की आरोपी देवाराम द्वारा प्रेरणा सेल्स कार्पोरेशन फर्म जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए खुद अपने आईडी व फोटो आरोपी कैलाश बेनीवाल और प्रवीण जांगिड़ को देना व इस फर्म का जीएसटी रजिस्ट्रेशन किया गया है। यहीं नहीं यह ऐसा गिरोह है जो फर्जी कम्पनी से फर्जी बिलों के जरिए जीएसटी के नाम पर लोगों से ठगी करने में माहिर है ।
यह गिरोह पहले भी 1 हजार करोड़ का कारोबार बता कर 1 अरब का जीएसटी घोटाला कर चुके है जिसको लेकर मास्टरमाइंड प्रवीण जांगिड़ को पूर्व में मुरलीपुरा थाना पुलिस और जीएसटी विभाग गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन फिर भी यह गैंग अपने काले कारनामों को अंजाम देती आ रही है।