जयपुर
प्रदेश के शिक्षामंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा कहा कि राज्य में तेजी से फैलते निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ जल्द ही एक रेगुलेटरी बोर्ड का गठन किया जाएगा। यह बोर्ड निजी स्कूलों की समस्त जानकारी जुटाएगा। इसके तहत एडमिशन से लेकर किताबें व अन्य शुल्क और सुरक्षा मानकों की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एक ऐसा विकल्प तलाश कर रही है, जिसके तहत भविष्य में कभी भी प्रदेश में किसी भी राजनीतिक पार्टी की सरकार बने, लेकिन वह सरकार अपनी मनमानी के तहत सिलेबस में परिवर्तन न कर सके।
प्रदेश में विगत भाजपा के शासन में स्कूली पाठ्यक्रम को अपनी पार्टी की विचारधारा के अनुरूप बनाने के कारण 170 करोड़ रुपए की किताबें कांग्रेस सरकार में बेकार हो गई है। डोटासरा ने बताया कि भाजपा शासन में स्कूली पाठ्यक्रम को भगवा रूप देकर छात्रों पर थोपने का प्रयास किया है तथा 170 करोड़ रुपए की स्कूली किताबें छापी गई। उन्होंने बताया कि छात्रों को भगवा एजेंडे की किताबें पढ़वाना उचित नहीं है। लिहाजा ये सभी किताबें अब बेकार हो गई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पाठ्यक्रम को राजनीति विचारधारा के आधार पर तैयार नहीं करेगी तथा शहीदों की वीर गाथाओं को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा,ताकि आने वाली पीढ़ी इसे पढ़कर प्रेरणा ले सके। डोटासरा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष के अवसर पर सभी जिला मुख्यालयों पर एक-एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किया है ताकि गरीब के बच्चे को भी अंगेजी माध्यम से शिक्षा का लाभ मिल सके।