11 दिन की नन्हीं परी। दिल में छेद है। मां का दूध इसे नसीब नहीं हो पाया है। बेटी की हालत देख पिता ने ट्रीटमेंट करवाना चाहा तो खर्चा 10 लाख के पार बताया। होश उड़ गए।
मजदूर पिता के लिए यह मुमकिन नहीं था… वह एंबुलेंस में अब 17 घंटे में 825 किलोमीटर का सफर तय कर मुंबई आ पहुंचा है। यहां डॉक्टरों की एक्सपर्ट टीम इस मासूम को नई जिंदगी देने के लिए जटिल ऑपरेशन करेगी।
भगाराम गहलोत राजस्थान में जालौर से हैं। वेल्डिंग की दुकान पर मजदूर। बताते हैं- बेटी को मुंबई में हॉस्पिटल में दाखिल कर दिया गया है। यहां शुरुआती जांचें हो चुकी है। अगले दो-तीन दिन में ऑपरेशन होगा।
बच्ची की मां मुंबई नहीं आ सकी। तबीयत ठीक नहीं। ऐसे में वह घर पर है। भगाराम शुक्रगुजार हैं सोनू सूद फाउंडेशन के जिसकी वजह से मुंबई में भारी-भरकम इलाज संभव हो सका। फाउंडेशन की ओर से जालौर से एंबुलेंस कर बच्ची को मेडिकल टीम की निगरानी में मुंबई लाया गया।
वे इस नेक काम के लिए फाउंडेशन के हितेश और दिलीप का बहुत शुक्रिया अदा कर रहे हैं। बताते हैं, इतना महंगा ट्रीटमेंट देना उनके बूते से बाहर है।
भगवान से प्रार्थना करते हैं-जल्द ही उनकी बेटी सामान्य बच्चे की तरह खुशहाल जिंदगी बसर कर सके। आप सब भी दुआ कीजिए।
Madan Kalal Newsman , Jaipur वरिष्ठ पत्रकार