जयपुर में पकड़ी गई 100 किलो अफीम, तीन तस्कर भी गिरफ्तार

झारखंड से खरीदकर ला रहे थे अफ़ीम
अब तक कि सबसे बड़ी सफलता मिली है पुलिस को
जयपुर।  राजधानी में एक पुलिस कांस्टेबल की सजगता से पहली बार अफीम की सबसे बड़ी तस्करी का पर्दाफाश हुआ है। जिसमें कमिश्नरेट के पश्चिम जिले की बगरु थाना पुलिस ने तीन पेशेवर तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से करीब 100किलो से ज्यादा अफीम बरामद की है। यह अफीम से भरे पैकेट एक बोलेरो में छिपाकर रखे गए थे। जिसे तीनों तस्कर झारखंड से खरीदकर ला रहे थे। पुलिस ने तस्करों की बोलेरो गाड़ी को भी जब्त कर लिया है। यह कार्रवाई शनिवार देर रात को नाकाबंदी के दौरान बगरु थाना पुलिस ने की। देश में इसकी बाजार कीमत करीब दो से ढाई करोड़ रुपए आंकी जा रही है। वहीं, इंटरनेशनल बाजार में जब्त की गई अफीम की कीमत यहां से करीब दस गुना ज्यादा होने का दावा पुलिस कर रही है।

https://youtu.be/TPniQzI3hIc

डीसीपी पश्चिम अशोक गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बाबूलाल विश्नोई (32) व आरोपी राकेश विश्नोई (22)गांव भाकरी, जिला रोहट, थाना पाली के रहने वाले है। वहीं, तीसरा आरोपी भागीरथ विश्नोई (42) गांव विष्णु नगर,थाना लूणी, जिला जोधपुर का रहने वाला है। ये तीनों मादक पदार्थों की तस्करी करते हुए पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़े है।  हालांकि पूछताछ में बताया कि वे लंबे अरसे से मादक पदार्थों की तस्करी करते है। ये मादक पदार्थों के थोक विक्रेता है तथा राजस्थान में जोधपुर जिले व आसपास के इलाकों में अन्य ग्राहकों को मादक पदार्थ बेचते है। ये इतनी शातिराना तरीके से यह कारोबार करते है कि पहले कभी पकड़े नहीं जा सके। एडिशनल डीसीपी रतन सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों ने झारखंड के चतरा जिले में किसी व्यक्ति से एक क्विंटल 860 ग्राम अफीम खरीदी थी। इसे बोरों में भरकर बोलेरो में छिपाकर रख लिया। इसके बाद शुक्रवार को झारखंड से जोधपुर के लिए रवाना हो गए। शनिवार रात को अजमेर रोड पर नेशनल हाइवे से होकर गुजर रहे थे। तभी पश्चिम जिले के बगरु थाना इलाके में पुलिस ने ठीकरिया गांव के पास नाकाबंदी कर रखी थी। जहां पुलिस ने बोलेरो को चेकिंग के लिए रुकवाया। तब तलाशी लेने पर एक प्लास्टिक के कट्‌टे व तीन अलग अलग बैग नजर आए। इन्हें खोलकर देखने पर अवैध अफीम भरी हुई मिली। तब पुलिस ने तीनों तस्करों को हिरासत में लेकर बोलेरो और अफीम को जब्त कर लिया। लाइसेंस व परमिट मांगा गया। तब वे तीनों टालमटोल करने लगे। पूछताछ में तस्करी का मामला सामने आने पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया। डीसीपी गुप्ता के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से मादक पदार्थों की तस्करी की शिकायत बगरु थानाप्रभारी राजेंद्र सिंह शेखावत को मिल रही थी। डीसीपी के मुताबिक बगरु थाने के कांस्टेबल चंद्रभान ने तस्करी का पर्दाफाश करने में अहम रोल निभाया। कांस्टेबल चंद्रभान ने तस्करी की पुख्ता सूचना होने पर थानाप्रभारी को बताया। तब ठीकरिया इलाके में नाकाबंदी करवाई गई थी। जिसमें अफीम की तस्करी पकड़ी गई। डीसीपी गुप्ता का दावा है कि जयपुर में अब तक की यह सबसे बड़ी अफीम तस्करी का मामला है। जिसमें 100 किलो से ज्यादा अवैध अफीम पकड़ी गई।