Jaipur News : परकोटे के इन्द्रा बाजार में शनिवार दोपहर आग का ताण्डव देखने को मिला। पटाखे की दुकान में लगी, तो ज्वालामुखी से भड़क गई। पटाखों में भरे बारूद के कारण पलक झपकते ही आग ने विकराल रूप ले लिया। आग इतनी जल्दी फैली कि आस-पास और सामने की सात दुकानों को आग ने आगोश में ले लिया।
धुंआ और आग की लपटों के साथ ही पटाखों के धमाकों से इलाके में दहशत के साथ ही भगदड़ मच गई। आग ने कई वाहनों को भी जलाकर कबाड़ कर दिया। सूचना पर पहुंची एक के बाद एक बीस दमकलों ने करीब साठ फेरे लगाकर चार घण्टे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस ने पटाखा कारोबार के खिलाफ मामला दर्ज कर हादसे के कारणों तक पहुंचने के लिए एफएसएल की मदद से साक्ष्य जुटाए हैं।
प्रकरण में कोतवाली पुलिस ने पड़ताल शुरू की है। जानकारी के मुताबिक आग शनिवार दोपहर करीब अजमेरी गेट स्थित इन्द्रा बाजार में दुकान नम्बर-23 में लगी। दुकान ईगल पटाखा शॉप के नाम से संचालित है, जिसमें शादी विवाह में आतिशबाजी में प्रयुक्त होने वाले पटाखों का कारोबार होता है।
अचानक दुकान में आग लगी, तो वहां मौजूद कर्मचारी व पड़ोसी दुकानदारों ने बाल्टियों से आग बुझाने का प्रयास किया। मगर सफलता नहीं मिली। पलक झपकते ही धमकों के साथ आग का विकराल रूप देख दुकानदार जान बचाकर इधर-उधर भाग छूटे। शुक्र रहा कि इतने बड़े अग्निकाण्ड में कोई जनहानि नहीं हुई। सूचना मिलते ही आसपास के थानों की पुलिस और उच्चधकारी भी मौके पर पहुंचे और अग्निशमन कर्मचारियों की मदद से आग पर काबू पाया।
इन्द्रा बाजार अतिव्यस्ततम बाजार है। जहां हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना रहता है। दोनों ओर वाहनों की कतार लगे होने से मार्ग संकरा हो जाता है। दुकान में आग लगने से पटाखे धमाकों के साथ सुलगते हुए इधर-उधर जाकर गिरने लगे।
हालात ऐसे हुए कि देखते ही देखते आग ने रेडीमेड गारमेंट और एक मोटर मैकनिक की दुकान सहित 7 दुकानों को आगोश में ले लिया। आग लगने से दुकानों में रखा लाखों रुपए का समान जल गया, जबकि कई वाहन भी आग में जलकर कबाड़ हो गए। स्थानीय लोग आग बुझाने के लिए आगे बढ़ते तो धमाकों के साथ निकली चिंगारियों से मारे दहशत के उल्टे पांव लौट जाते।
मौके पर पहुंचे मुख्य अग्निशमन अधिकारी जगदीश फुलवारिया ने बताया कि समय रहते सूचना मिलने पर पहुंची महकमें की टीमों की मुस्तैदी से बड़े हादसे को टाल दिया। हादसे में धमाके के साथ एक पत्थर उछलकर बनीपार्क फायर स्टेशन के फायरमैन नवनी के सीने में लगा। इससे वह घायल हो गया। दुकान किशन वासवानी की बताई जा रही है, जो हादसे के बाद नहीं मिला।
जानकारी के अनुसार शहर के ज्यादातर फायर स्टेशनों से दमकलें मौके पर पहुंची। बाईस गोदाम स्टेशन के एएफओ राजेन्द्र नागर, मानसरोवर से देवांग यादव, वीकेआई से छोटूराम और घाटगेट से देवेन्द्र मीणा अपनी टीम के साथ रवाना हुए। अग्निशमन टीम की मदद में रास्ता साफ करने में जुटी पुलिस ने तमाशबीनों को हटाकर राहत कार्य में मदद की, तब तक चार घण्टे की मशक्कत से आग पर काबू पाया।