Jaipur News – राजस्थान में कोरोना वायरस (Corona virus) का पहला संदिग्ध (First suspect) मिला है। एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में हाल ही में चीन से एमबीबीएस का अध्ययन कर आए चिकित्सक के कोरोना वायरस से प्रभावित होने की आशंका होने पर उसे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड (Isolation ward) में भर्ती करवाया गया है। चिकित्सक से किसी के भी मिलने पर रोक लगा दी गई है। साथ ही उसके पूरे परिवार तथा परिचितों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
संदिग्ध मरीज के सैंपल पुणे स्थित नेशनल वायरोलॉजी लैब भिजवा दिए गए हैं।
बता दें कि प्रदेश के 4 जिलों से 18 व्यक्ति चीन की यात्रा कर वापस लौटे हैं सभी चारों जिलों में सीएमएचओ को इन लोगों की 1 महीने तक निगरानी के निर्देश दिए गए हैं
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन को चीन से एमबीबीएस का अध्ययन कर आए चिकित्सक के कोरोना वायरस से प्रभावित होने की आशंका पाए जाने पर संदिग्ध मरीज को तत्काल आइसोलेशन में रखने एवं उनके पूरे परिवार की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए हैं।
डॉ शर्मा ने संदिग्ध मरीज के सेम्पल लेकर तत्काल सेम्पल पूना स्थित नेशनल वायरोलॉजी लेब भिजवाकर जाँच करवाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के 4 जिलों में 18 व्यक्ति चीन की यात्रा कर वापस लौटे हैं। संबंधित चारों जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को इन सभी को 28 दिन तक लगातार निगरानी में रखने के निर्देश दिए हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र सरकार को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों से आने वाले व्यक्तियों को संदिग्ध पाए जाने पर पूरी स्क्रीनिंग करवाने का भी आग्रह किया है।
चीन के तटीय इलाकों से शुरू हुआ यह कोरोनावायरस महामारी का रूप लेता जा रहा है इसके कारण चीन में 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है तथा यह चीन से निकलकर एक दर्जन से अधिक देशों में फैल गया है भारत में भी इसके चार संदिग्ध मिले थे लेकिन वह केरल के थे।
हालांकि राजस्थान में इसके आने की संभावना कम थी परंतु 26 जनवरी को हुई स्क्रीनिंग में एसएमएस अस्पताल के चिकित्सक में ही कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई दिए। ऐसे में तत्काल उसे अन्य लोगों से अलग कर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है साथ ही चीन से आने वाले सभी लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही है।