Jaipur news । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok gehlot)ने कहा कि हम आवासन मंडल को जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) नहीं बनाना चाहते। जेडीए में पनप रहे भ्रष्टïाचार के कारण स्थिति यह है कि वहां कोई अधिकारी रुकना नहीं चाहता। जेडीए में लगा हुआ आईपीएस अधिकारी भी परेशान है। अवैध निर्माणों पर पिक एण्ड चूज के आधार पर कार्रवाई होती है।
निर्माण रोकने और हटाने के नाम पर वसूली की बात भी सामने आई है। हालांकि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की ओर से आवासन मंडल को अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस फोर्स मांगे जाने का रास्ता निकालेंगे। गहलोत राजस्थान आवासन मंडल की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर जयपुर में बिड़ला सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय स्वर्ण जयंती समारोह में बोल रहे थे। कार्यक्रम में गहलोत ने आवासन मंडल की कई योजनाओं का शिलान्यास भी किया।
गहलोत ने कहा कि आमतौर पर हाउसिंग बोर्ड के मकानों की गुणवत्ता को लेकर लोगों में अच्छी धारणा नहीं रही है। यह धारणा बदलनी चाहिए। बोर्ड यह सुनिश्चित करे कि जो भी मकान बने वे गुणवत्ता वाले ही हो। इससे आम लोगों में मंडल की साख बढ़ेगी। जिस संस्था को जरूरतमंद लोगों के आवास के सपने को पूरा करने के लिए बनाया गया हो उस संस्था पर ताले लगाने जैसी बातें कही गई। हजारों बिना बिके मकान पड़े होने के बावजूद नए मकान बनते रहे और बनते ही चले गए।
ऐसा क्यों हुआ,यह मेरी समझ से परे हैै। हमारी सरकार ने हाउसिंग बोर्ड को फिर से सशक्त बनाने का काम किया है। सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि हाउसिंग बोर्ड की उपेक्षा न हो। गहलोत ने कार्यक्रम में आवासन मंडल के संस्थापक द्वारका दास पुरोहित को याद करते हुए कहा आज उनकी बदौलत ही मंडल ने यह मुकाम पाया है।
सीएम ने कार्यक्रम में मौजूद आवासन मंडल के पूर्व चेयरमैन अजयपाल सिंह पर जमकर तंज कसा। गहलोत ने कहा कि अजयपाल के किस्से पूरे राजस्थान में फेमस है। उनका मकान चला गया लेकिन फॉर्म हाउस बच गया। इस दौरान सीएम ने पूर्व मंत्री प्रतापसिंह सिंघवी का उदाहरण भी दिया। गहलोत यही नहीं रुके उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में यहां तक कह दिया कभी चाय-नाश्ते के लिए हमें भी आपके फॉर्म पर बुलाओ।
इस दौरान सीएम ने आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा की प्रशंसा करते हुए कहा कि अरोड़ा के जिम्मेदारी संभालते ही मंडल ने 700 करोड़ का राजस्व अर्जित कर लिया जो कि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि आज तक आईएएस क्लब का भवन नहीं बन पाया,लेकिन इन्होंने आरएएस क्लब बनाकर मिसाल कायम कर दी।
समारोह में आयुक्त ने बीते पांच माह में ई-ऑक्शन,नीलामी,लीज मनी,आवंटन आदि के मार्फत 702 करोड़ रुपए के राजस्व अर्जन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि करीब 21 हजार से अधिक ऐसे मकान थे जिन्हें खरीदार नहीं मिल पा रहे थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बोर्ड ने इनमें से 3 हजार 12 मकानों को विक्रय करने में सफलता हासिल की है।
इस दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा की जल्द ही विधानसभा में आवासन मंडल के लिए एनफोर्समेंट विंग का कानून लाया जाएगा। धारीवाल ने कहा कि अगर चौथी बार गहलोत को सीएम बनाया गया तो अन्य विभाग भी तेजी से चल निकलेंगे। इसलिए हमें आज यहीं पर यहीं प्रण लेना है अगली बार भी गहलोत को ही राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाना है। उन्होंने कहा चतुर्थ श्रेणी,एलआईजी आवास बनाए जाएंगे जो बजट में रहेंगे और आम आदमी उनको आसानी से खरीद सकेगा। बीते कुछ समय में आवासन मंडल ने अपनी करीब एक हजार करोड़ रुपए की संपत्तियों को अतिक्रमण से मुक्त करवाया है। जो लोग ब्याज और पेनल्टी के कारण अपने मकानों की बकाया लीज एवं अन्य देनदारी नहीं चुका पाते उनके लिए एमनेस्टी योजना लाई गई है।