
जहाजपुर (आज़ाद नेब) ।रंग पंचमी की पूर्व संध्या पर शनिवार को बस स्टैंड पर जय भोले ग्रुप द्वारा कवि सम्मेलन आयोजित किया गया है। जिसमें प्रधान सीतादेवी गुर्जर ने अध्यक्षता के रूप मे शिरकत की।
पैरोडी कार संपत सुरीला कांकरोली ने “मेरे माता पिता ही कसाई किसी से अब क्या कहना मुझे गर्भ मे मरवाई” पैरोडी गाकर हो रही भूण हत्या पर प्रकाश डाला।
हास्य कवि दिनेश बंटी ने मेले में हर माल सामान बेचने वाले शब्दों को मिला कर बोलने पर हास्यास्पद पंक्तियां बनती है जिससे उत्पन्न होता है “आइए भाई साहब भाभी जी दस रुपए मे” कह कर श्रोताओं को खूब हंसाया।
प्रेम के गीतों के लिए मशहूर कवि मेघ श्याम मेघ दिल्ली ने “आपका ही चित्र है या चित्र है गुलाब” छंद सुना कर श्रोताओं का मन मोह लिया।
किस कवि सम्मेलन में देश के जाने माने कवि डॉ श्याम सुंदर चिंतन श्रृंगार के गीतकार मथुरा, वीर रस के कवि राम भदावर इटावा यूपी, गीत ग़ज़ल आयुषी राखेचा जोधपुर, हास्य कवि एवं लाफ इंडिया लाफ फेम मनोज गुर्जर मावली, हास्य श्रृंगार एवं सबरंग एवं मंच संचालक कवि राजकुमार बादल अपनी प्रस्तुति दी।