भीलवाड़ा जिले में सरकारी अस्पताल में गर्भवती को दी अवधि पार दवाई बिगड़ी हालत

In the government hospital in Bhilwara district, the condition of the pregnant woman deteriorated beyond the prescribed period

भीलवाड़ा/ सरकारी अस्पतालों में सरकार की ओर से दी जाने वाली निशुल्क दवा को लेकर कितनी लापरवाही है कि यहां पड़ी दवाइयां अवधि पार हो जाती है और इसका पता अस्पताल प्रशासन को चलता है और नहीं दवाई वितरण करने वाले केंद्र पर बैठने वाले कार्मिक को और व रोगियों को अवधि पार दवाइयां तक दे देते हैं।

ऐसा ही एक मामला भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा उपखंड मुख्यालय पर स्थित सरकारी अस्पताल में सामने आया जब आज एक चिकित्सक द्वारा रोगी को लिखी गई निशुल्क दवाइयां अस्पताल के दवा वितरण केंद्र से दी गई जिसमें एक अवधि पार दवा लेने से उस गर्भवती की ओर हालत खराब हो गई इस घटना को लेकर कुछ समय के लिए हंगामा भी हो गया।

बताया जाता है कि शाहपुरा नगर की नई आबादी में रहने वाले 31साल की गर्भवती की तबीयत खराब होने पर उसे शाहपुरा स्थित राजकीय चिकित्सालय सेटेलाइट हॉस्पिटल लाया गया यहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने रोगी का निरीक्षण करने के बाद उसे दवाइयां लिखी जो अस्पताल से ही फ्री में मिली थी ।

पर्ची लेकर रोगी के परिजन अस्पताल में मिलने वाली फ्री दवाइयों के काउंटर पर गए और परिचय दिखाकर दवाइयां ले ली दवाइयां लेकर घर चले गए और डॉक्टर के बताया अनुसार रोगी को दवाई दे दी दवाई लेने के बाद रोगी अचानक तबीयत बिगड़ने लगी।

इस पर परिजन दवाइयां और रोगी को लेकर वापस अस्पताल पहुंचे और रोगी के परिजनों ने जब दवाइयां पर दवाइयों की डेट देखी तो उसमें से एक दवाई नेचुरल माइक्रोनाइज्ड प्रोजेक्टैरान टेबलेट 200 मिलीग्राम दवा मार्च 2022 मैं  एक्सपायरी अर्थात अवधि पार हो गई थी और इस दवा के लेने से रोगी की हालत बिगड़ी थी ।

रोगी की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने हंगामा किया जिन्हे समझाकर शांत किया तथा चिकित्सकों ने तत्काल उसे भर्ती कर उसका उपचार किया जहां उसकी हालत अब ठीक बताई जा रही है ।

अब सवाल यह उठता है कि इस दवा को एक्सपायरी हुए 11 माह बीत गए लेकिन न तो अस्पताल प्रशासन को इस बारे में पता चला और नहीं दवा वितरण केंद्र पर दवा देने वाले केंद्र प्रभारी को इसकी जानकारी थी क्योंकि जानकारी तब होती जब दवा वितरण केंद्र प्रभारी और चिकित्सक समय-समय पर दवाओं के स्टाफ को चेकिंग करते लेकिन ऐसा नहीं किया गया ।

इससे साफ झलक रहा है कि अपने कार्य के प्रति कितने लापरवाह हैं और इनकी लापरवाही किसी रोगी की जान ले सकती है।। यह तो एक दवा का मामला सामने आया है । हो सकता है अगर स्टोर की जांच की जाए तो और भी दवाइयां एक्सपायरी डेट की मिल सकती है।

इनका जुबानी

इस संबंध में मुझे जानकारी मिली है और मैंने तत्काल निर्णय लेते हुए इस मामले की छानबीन के लिए जांच बिठा दी है जांच रिपोर्ट मिलते ही संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी ।

डॉक्टर अशोक जैन
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी राजकीय जिला चिकित्सालय शाहपुरा भीलवाड़ा