Tonk News (फ़िरोज़ उस्मानी) – हाथ टूटे, भूख प्यास से कंठ भी सूखे अब बस सांसे ही थमने की बारी है, पिछले 8 दिन से गांधी पार्क में नरेगा कार्मिकों का आमरण अनशन के चलते कुछ कार्मिकों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है।बावजूद इसके मुख्यमंत्री तक इनकी आवाज़ नही पहुँच रही है। इनकी फरियाद सुनने वाला कोई नही। ये हाल तो तब है जब राज्य के डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) यहाँ से विधायक भी है।
अपनी मांगों को लेकर पिछले 8 दिन से टोंक के गांधी पार्क में नरेगा कार्मिकों का धरना पर्दशन जारी है।
नरेगा कार्मिकों के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार वैष्णव के नेतृत्व में 400 कार्मिकों के धरने पर्दशन में से 16 कार्मिक ऐसे है जो आमरण अनशन पर है। अनशन के चलते कुछ कार्मिकों का स्वास्थ्य भी काफी बिगड़ रहा है।
शांति से प्रदर्शन कर रहे हरे राम-हरे कृष्ण की रामधुनी के बीच कब लोगे खबर मेरी राम… के बीच अचानक प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने पहुंचकर खलल डाल दिया। पुलिस ने रात में 11 बजे अनशनकारियों को जबर्दस्ती अस्पताल में भर्ती कराने की कार्यवाही की गई। इस कार्यवाही में पंचायत समिति टोंक में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर मिथलेश कुमार के हाथ में फ्रेक्चर हो गया।
कार्रवाई का कार्मिकों ने जमकर विरोध किया। धरने व अमशन के दौरान अशोक कुमार वैष्णव, इमरान खान, विनय पंचोली, नारायण सिंह, पदम सिंह, कैलाश धाकड, अनिल सुथार, सेवाराम, रमेश गुर्जर, भरतलाल चौधरी, लालचंद ढाणी, राधेश्याम, संजय, गिरधर गोपाल, महेंद्र कुमावत एवं राजेश चौरासिया द्वारा लगातार आमरण अनशन किया जा रहा है।
इनमें से 11 आदमियों का स्वास्थ्य अत्यधिक खराब है। परंतु कोई भी व्यक्ति अनशन समाप्त करना नही चाहता। जब तक सरकार मांगे नही मानेगी अनशनकारियों की संख्या दिन प्रति दिन बढती जाएगी।