गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा इसी सप्ताह ?

Today is the last day of nomination for Panchayat by-election, voting will be held on May 8

जयपुर/ चुनाव आयुक्त गुजरात राज्य के विधानसभा चुनाव की घोषणा इसी सप्ताह कर सकता है? इसके संभावनाएं प्रबल है ?

देश के 2 राज्य हिमाचल प्रदेश और गुजरात में इसी साल विधानसभाओं का कार्यकाल समाप्त हो रहा है और दोनों ही प्रदेशों में नई सरकार का गठन होना है इसके चुनाव को लेकर तेरे जा माना जा रहा था कि चुनाव आयुक्त दोनों ही राज्यों में एक साथ चुनाव कर आएगा लेकिन इसी महा चुनाव आयुक्त द्वारा हिमाचल प्रदेश कि 68 विधानसभा वाली विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी थी लेकिन गुजरात राज्य के विधानसभा चुनावों की घोषणा नहीं की थी।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार चुनाव आयुक्त 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा के चुनाव की घोषणा इसी सप्ताह कर सकता है इसकी कवायद चुनाव आयुक्त ने पूरी कर ली है कब अधिसूचना जारी होगी कब नामांकन भरा जाएगा कब नाम वापसी और कब मतदान और फिर कब मतगणना होगी इस बारे में इसी सप्ताह घोषणा होने की संभावना है सूत्रों के अनुसार गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर जहां तक सवाल है यहां भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर है और दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल के नेता चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं और अब दीपावली के संपन्न होते हैं धुआंधार चुनाव प्रचार और अभियान चलेगा।

उधर दूसरी ओर गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर जहां एक और भाजपा ने अपना होमवर्क पूरा कर लिया है वहीं दूसरी ओर कांग्रेश अभी होमवर्क में काफी पीछे हैं हालांकि इस बार गुजरात की कमान कांग्रेस की ओर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संभाले हुए हैं ।

इस बार गहलोत गुजरात विधानसभा के लिए पर्यवेक्षक हैं और सह पर्यवेक्षक के रूप में रघु शर्मा उनके साथ हैं विदित है कि वर्तमान विधानसभा चुनाव के दौरान गहलोत गुजरात में सफर कर सकते और उन्हीं की रणनीति की बदौलत भाजपा को 99 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था और कांग्रेसमें बढ़त लेते हुए 77 सीटों पर कब्जा किया था।

जबकि इस बार गहलोत पर्यवेक्षक के रूप में है इसलिए कांग्रेस को और गहलोत को उम्मीद है कि गुजरात में कॉन्ग्रेस भाजपा को जबरदस्त टक्कर देगी हालांकि यहां तीसरे मोर्चे के रूप में आम आदमी पार्टी भी चुनावी रण में अपनी ताल्टोर करेगी और आम आदमी पार्टी की मौजूदगी दोनों ही दलों के समीकरणों को बिगाड़ेगी ।