टोंक
जिले में बजरी का कारोबार करने वाले लोगों से पुलिस का ऐसा गठजोड है कि पुलिस बजरी खनन पर कार्यवाही प्रशासन व खनिज विभाग का सहयोग करने बजाय माफियाओं का सहयोग करती है , पुलिसिया तंत्र का सूरतेहाल बताता ये वाकिया देवली उपखंड इलाके का है जहां बुधवार देर रात बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्रोली एक मकान में घुस गयी, जिससे मकान मालिक काफी नुकसान हो गया वहीं पास में सब्जी की दुकान के बाहर खडे एक ठेले को भी चपेट में लिया।
गनीमत ये रही की किसी को हादसे चोट नहीं आयी, ग्रामीणों ने बताया कि घटना की सूचना पुलिस दी जिसपर मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने बिना ट्रैक्टर जब्त किये ट्रेक्टर मालिक व बजरी माफिया से सांठगांठ के चलते ड्राइवर को मौके से भगा दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि बजरी की काली कमाई में क्षेत्र दोनों थानों देवली व दूनी थानों की गहरी मिलीभगत है । जिससे बजरी के अवैध परिवहन की सूचना देने के बावजूद पुलिस मौके नहीं पहुंचती है, साथ बजरी भरे ट्रेक्टर ट्रोलियों तेज रफ्तार के कारण कई हादसे हो चुके हैं लेकिन पुलिस पीडितों को मदद करने बजाय माफियाओं के मुनाफे का ध्यान रखती है। लोगों ने बताया कि पुलिस ने आमजन को इतना डरा रखा है कि कोई बजरी परिवहन की शिकायत करता है तो पुलिस सूचना देने वालों को ही झूठे मामलों में फंसा देती है। वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस व प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है।