प्रदेश के बाद अब क्रिकेट पर भी गहलोत का कब्जा, वैभव बन अध्यक्ष,जोशी मुख्य संरक्षक

liyaquat Ali
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Jaipur News : राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के चुनाव में सीपी जोशी (CP Joshi)गुट के पैनल ने क्लीन स्वीप करके ललित मोदी (Lalit Modi)गुट को प्रदेश की क्रिकेट(Cricket) से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अध्यक्ष पद पर  वैभव गहलोत(Vaibhav Gehlot) ने 31 में से 25 वोट लेकर के राम प्रकाश चौधरी को मात दी। इसके साथ ही उपाध्यक्ष,सचिव ,कोषाध्यक्ष,संयुक्त सचिव और कार्यकारिणी सदस्यों के पदों पर भी जोशी गुट के उम्मीदवारों ने बाजी मारी। कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी(Rameshwar Dudi) के पैनल का एक भी उम्मीदवार चुनाव में जीत दर्ज नहीं कर सका। 23 अक्तूूूूबर को बीसीसीआई(BCCI) के चुनाव में वैभव आरसीए का प्रतिनिधित्व करेंगे।

वैभव की जीत के बाद भी निवर्तमान अध्यक्ष जोशी आरसीए में पावर सेंटर के रूप में बने रहेंगे। जोशी को मुख्य संरक्षक यानी कि चीफ  पैटर्न बनाया गया है। आरसीए के इतिहास में  संभवत: इस तरह का  पहला और अनूठा प्रयोग है। अब माना जा रहा है कि प्रदेश की क्रिकेट काफी अरसे के बाद पटरी पर लौटेगी। संभव है कि टीम राजस्थान फिर से राजस्थान के नाम से घरेलू क्रिकेट में वापसी करेगी।

जीत के बाद मुख्य चुनाव अधिकारी आरआर रश्मि ने सभी उम्मीदवारों की जीत की अधिकारिक घोषणा करते हुए पूरी रिपोर्ट भारतीय बीसीसीआई को भेज दी। इसके तत्काल बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष वैभव और निवर्तमान अध्यक्ष जोशी आरसीए अकादमी में आए तथा बैठक आयोजित करके नई कार्यकारिणी के गठन की सूचना बीसीसीआई को दे दी।

चुनाव में कुल 35 मतदाता थे। इसमें 33 जिला क्रिकेट संघ और दो पूर्व क्रिकेटर शामिल थे। 3 जिलों को पहले ही मतदान के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था।  सलीम दुर्रानी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया,जबकि गगन खोड़ा किसी मैच में व्यस्त होने के चलते वोट नहीं डाल सके। इसी तरह सिरोही जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष संयम लोढ़ा विदेश में होने के कारण मत डालने के लिए नहीं आ सके। उनकी जगह उनके जिला संघ से किसी अन्य सदस्य ने वोट डाला। इस तरह 31 मतदाताओं ने आरसीए की नई सरकार चुनी।

चुनाव प्रक्रिया सुबह 8.30 बजे ही शुरू हो गई थी। मतदान से पहले एजीएम हुई जिसमें सभी जिला क्रिकेट संघ ने चुनाव में वोट डालने का निर्णय किया। मतदान ठीक 9 बजे शुरू हुआ। शुरू के डेढ़ घंटे तक तो सब कुछ सही चलता रहा लेकिन उसके बाद डूडी गुट की तरफ से सचिव पद का चुनाव लड़ रहे तिवारी ने मतदान करने के बाद चुनाव अधिकारी और दूसरे गुट पर पक्षपात का आरोप मढ़ दिया। तिवारी का कहना था कि सिरोही जिला क्रिकेट संघ का वोट नियम विरुद्ध प्रॉक्सी के तहत डाला गया है जबकि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के मुताबिक सचिव के अलावा अन्य कोई पदाधिकारी बिना एजीएम और कार्यकारिणी की सहमति के वोट डाल ही नहीं सकता।

उनका समर्थन वैभव के सामने चुनाव लड़ रहे रामप्रकाश और उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे  कटोच ने भी किया। इससे आरसी अकादमी के बाहर हंगामे की स्थिति बन गई। डूडी गुट ने इस पूरे मामले को कोर्ट में ले जाने की बात भी कही। तिवारी ने यहां तक कहा कि बांसवाड़ा जिला क्रिकेट संघ के सचिव नृपजीत सिंह सुरपुर पर दबाव डलवा कर जोशी गुट में वोट डलवाया गया जबकि उनकी इच्छा दूसरे खेमे में वोट देने की थी।

दोनों ही गुटों के पदाधिकारी लड़ते भी रहे और इस दौरान गले मिलने का दौर भी चलता रहा। पठान और तिवारी मीडिया के सामने एक-दूसरे के विरोध में बहुत बोले लेकिन गले मिलकर गिले-शिकवे भी दूर किए। यह दोनों एक तरफ  जाकर काफी देर तक बात करते दिखाई दिए।

हालांकि अध्यक्ष पद पर वैभव को एकतरफा जीत मिली,लेकिन सूत्रों के मुताबिक अन्य पदों पर दोनों गुटों की तरफ  से कुछ हद तक क्रॉस वोटिंग भी हुई। इसमें संयुक्त सचिव और उपाध्यक्ष के साथ-साथ सचिव एवं कोषाध्यक्ष के पद भी शामिल है। यदि क्रॉस वोटिंग नहीं हुई हुई होती तो सभी पदों का नतीजा 25-6  ही रहता । वैसे अन्य पदों पर भी जीत का अंतर नजदीकी नहीं था।

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