जयपुर। जयपुर के रिहायशी इलाके मैं लकड़ी के गोदाम में भीषण आग कोतवाली थाना क्षेत्र किशनपोल बाजार स्थित खुटेटों का रास्ता में बुधवार देर रात लकड़ी के गोदाम में भीषण आग लग गई। आग ने इतना विकराल रूप धारण कर रखा था कि उसकी लपटों से दो और तीन मंजिला मकानों की छत पर रखी पानी की टंकियां तक पिछल गई तथा आस-पड़ोस के मकानों के खिडकी-दरवाजे जल गए तथा उनके कांच फूट गए।
पुलिस, दमकलकर्मियों और स्थानीय लोगों ने मिलकर गोदाम के आस-पास के मकानों से लोगों को बाहर निकाल कर उनकी जान बचाई। डेढ़ दर्जन दमकलों ने करीब 40-45 फेरे लगाकर आग को काबू पाया। लेकिन गुरुवार सुबह तक रह-रह कर आग भभकती रही। आग को पूरी तरह काबू पाने में करीब छह घन्टे का समय लगा। आग के चलते एक मकान में आधा दर्जन लोग फंस गए। दमकलकर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर मकान में फंसी दो बुजुर्ग महिला व चार लडकियों को सकुशल बाहर निकाला। आग इतनी तेज थी कि एक किलोमीटर दूर से नजर आ रही थी। गोदाम से निकले धुएं के कारण आस-पास के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। आग के विकराल रूप के चलते आस-पास में रहने वाले लोगों में भय व्याप्त हो गया था। लोग घरों से निकल कर बाहर सड़क पर जमा हो गए।
बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं ने पूरी रात सडक पर बिताई। सुबह होने के बाद भी वे अपने-अपने घरों में जाने में घबरा रहे थे। रात्रि गश्त पर मौजूद एडीसीपी धर्मेंद्र यादव, सीओ सुमित कुमार ने लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। आग की गंभीरता का पता चलने पर डीसीपी नॉर्थ सत्येंद्र कुमार,एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम ने भी दमकलकर्मियों के साथ मोर्चा संभाला। पुलिस के आला अधिकारियों के अलावा एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची।
थानाप्रभारी अशोक खत्री ने बताया कि चौड़ा रास्ता निवासी वीरेन्द्र कुमार जैन ने खूटेटों का रास्ते में मूलचंद राधेलाल के नाम की फर्म है। जिसमें वह (टिम्बर्स एण्ड प्लाइवुड) लकड़ी का गोदाम चलाते है। जिसे उन्होंने खूटेटों का रास्ता निवासी प्रेम नारायण पारीक से किराए पर ले रखा है। बुधवार रात गोदाम पर दो चौकीदार मौजूद थे। उन्होंने बताया कि करीब पोने तीन बजे गोदाम से आग की लपटे निकलती दिखाई दी। उन्होंने आग बुझाने का प्रयास भी किया, लेकिन देखते ही देखते आग तेजी से फैल गई। इसके बाद उन्होंने पुलिस और दमकल को फोन पर आग की सूचना दी।
गोदाम के पास रखे वाहन भी जले
मुख्य अग्निशमन अधिकारी जलज घसिया ने बताया कि आग लकडी के गोदाम में लगी थी । गोदाम में बल्ली-फंटे सहित अन्य लकडी का सामान भरा हुआ था। फिलहाल आग के कारणों का पता नहीं लग पाया है। प्रथमदृष्टया आग का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है और वहीं आग बहुत भीषण थी। गोदाम के आस-पास के मकानों की खिड़कियां, दरवाजे तक जल गए और उनकी छतों पर रखी पानी की टंकियां तक पिघल गई। आग पर काबू पाने के लिए इलाके की लाइट करवाई। उन्होंने बताया कि मकान मालिक के मकान में करीब 50 लोग रहते है। जिसमें से 4-5 बुजुर्ग महिलाएं, किशोरियां और बच्चे भी है। सभी बुरी तरह घबराए हुए थे, सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। पड़ोसियों और पुलिसकर्मियों ने भी आस-पास के मकानों को खाली करवाने में मदद की और उन्होंने भी समय रहते लोगों को अपने-अपने घरों से सुरक्षित बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि गोदाम के बाहर खड़ी कार, टाटा ऐस सहित करीब चार दो पहिया वाहन जल गए। रिहायशी इलाके में गोदाम चल रहा था।