आबकारी नियमों की अवहेलना करने पर विभाग ने जयपुर शहर में शराब की 6 दुकानों का लाइसेंस तीन दिन के लिए निलंबित कर दिया है। उधर आंदोलन कर रहे कारोबारियों ने बुधवार से माल का उठाव बंद कर दिया है। कारोबारी 31 अगस्त तक माल नहीं उठाएंगे,जिससे सरकार को 100 करोड़ रुपए से ज्यादा के राजस्व से हाथ धोना पड़ सकता है।
27 अगस्त को कारोबारियों ने दुकानें बंद रखी थी इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई बुधवार को की गई। नए आबकारी नियमों के अनुसार नियमों की अवहेलना करने पर पहली बार 25 हजार रुपए जुर्माना, दूसरी बार 50 हजार रुपए, तीसरी बार 75 हजार रुपए जुर्माना और तीन दिन का निलंबन और चौथी बार नियम तोडऩे पर लाइसेंस रद्द करने का प्रावधान है।
सरकार और कारोबारियों के बीच विवाद फिलहाल समाप्त होता नजर नहीं आ रहा है। कारोबारी जहां अपनी मांगों को लेकर अड़े है तो सरकार भी राहत देने के मूड में नहीं है। वैसे विवाद लंबा चलने पर बीच का रास्ता निकलना तय है जिसमें कारोबारियों को थोड़ी राहत दी जा सकती है जिसमें कीमत को राउंड ऑफ करने और पुलिस के दखल को कम करना शामिल है।
पांच जिलों में आबकारी विभाग के बिना शराब की दुकानों पर ओवररेट को लेकर की गई कार्रवाई के बाद गड़बड़ी को लेकर 14 निरीक्षकों और पांच जिला आबकारी अधिकारियों को दिए गए नोटिस विभाग में चर्चा का विषय बने रहे।
यह चर्चा रही कि या तो जवाब देने या जवाब देने से पहले ही निरीक्षकों को फील्ड पोस्ट से हटा दिया जाएगा क्योंकि अब भी कुछ जगहों को लेकर शिकायतें आ रही है। इसकी पुष्टि अभियान के बाद विभाग की कार्रवाई में ओवररेट के कई मामले पकड़े जाने से हो रही है।