कांग्रेस संगठन चुनाव से पहले ही प्रभारी संजय निरुपम को हटाया गहलोत- पायलट गुटबाजी की भेंट चढ़े

Sameer Ur Rehman
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File Photo - Sanjay Nirupam
Even before the Congress organization elections, in-charge Sanjay Nirupam was removed, Gehlot-Pilot succumbed to factionalism
File Photo – Sanjay Nirupam

जयपुर। कांग्रेस में संगठन चुनाव को लेकर अंतिम दौर में चल रही कवायद के बीच ही प्रदेश के चुनाव संगठन प्रभारी और महाराष्ट्र के पूर्व सांसद संजय निरुपम कि संगठन चुनाव प्रभारी पद से छुट्टी कर दी गई है। संजय निरुपम को अचानक हटाए जाने को लेकर कांग्रेस के सियासी गलियारों में भी चर्चाओं का दौर है।

निरुपम को हटाए जाने को लेकर कई तरह के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं तो वहीं राजस्थान में गहलोत- पायलट खेमे के बीच चल रहे कोल्ड वार को भी इससे जोड़कर देखा जा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि संजय निरुपम को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का बेहद करीबी माना जाता है।

बावजूद उसके निरुपम की छुट्टी कांग्रेस हलकों में गले नहीं उतर रही है, निरुपम की छुट्टी ऐसे समय में की गई है जब 17 सितंबर को जयपुर में 400 पीसीसी मेंबर की बैठक होनी है और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष का प्रस्ताव भी तैयार होकर दिल्ली जाएगा।

दरअसल कांग्रेस के चुनाव प्राधिकरण की ओर से 400 पीसीसी मेंबर की सूची प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को पहुंच गई है लेकिन बावजूद इसके सूची को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।

हालांकि 17 सितंबर को पीसीसी मुख्यालय में सुबह 11:00 बजे होने वाली 400 पीसीसी मेंबर की बैठक के मद्देनजर दूरदराज के जिलो के बनाए गए पीसीसी मेंबर को फोन करके सूचित कर दिया गया है। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय की ओर से जैसलमेर, बाड़मेर, डूंगरपुर, श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, पाली ,सिरोही जैसे जिलों के पीसीसी मेंबर को फोन करके सूचना दे दी गई है और उन्हें जयपुर आने के निर्देश दिए गए हैं तो वही आज जयपुर, दौसा, सीकर, झुंझुनू, अलवर, भरतपुर,सवाई माधोपुर, टोंक, करौली जैसे जिलों से पीसीसी मेंबर बनाए गए ।

नेताओं को फोन करके आज सूचना दी जाएगी और उन्हें जयपुर आने के निर्देश दिए जाएंगे कल सुबह 11 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में होने वाली 400 पीसीसी मेंबर की बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन और प्रदेश संगठन चुनाव के सह प्रभारी राजेंद्र चंपावत बैठक लेंगे, जिसमें प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के नाम का प्रस्ताव के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का प्रस्ताव भी पास कराया जाएगा और उसके बाद उस प्रस्ताव को केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को सौंपा जाए।

वहीं दूसरी और 17 सितम्बर को होने वाली बैठक पर सभी की नजर रहेगी। दरअसल बैठक में इस बात पर फोकस रहेगा कि 400 पीसीसी मेंबर राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए किसके नाम का प्रस्ताव लेकर आते हैं, क्या पीसीसी मेंबर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव लाते हैं या फिर किसी अन्य नेता का नाम का प्रस्ताव लेकर आते हैं।

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Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/