Jaipur News – वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर (Shashi Tharoor)ने कहा है कि आज देश में अलग तरह का माहौल चल रहा है। गांंधीजी को जिसने मारा वो आरएसएस (RSS)था पर लोगों की सोच आज भी बदली नहीं है। थरूर शुक्रवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (Jaipur Literature Festival)के दूसरे दिन सेशन शशि ऑन शशि के कंवर्सेशन में माइकल ड्वायर से बात कर रहे थे।
हिंदुत्व पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि हिंदुत्व का मतलब है कि हम कोइग्जिस्ट करें, तुम मेरे सच को समझो और मेंं तुम्हारे सच के साथ रहूं पर यह सरकार अपने आप को हिंदुत्व का एक समूह मानती है कि जो वो करें वही सही हिंदुत्व है। यह पूरी तरह से गलत अवधारणा है।
थरूर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पहली बार सरकार ऐसी आई है, जो लोगों को सोशली डिवाइड कर रही है यह लोकतंत्र में बिल्कुल भी सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में ओणम पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि हैप्पी वामन पूजा। केन्द्रीय गृह मंत्री को यह भी पता नहीं है की ओणम क्यों मनाया जाता है।
उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि ओणम केरल का सबसे बड़ा त्योहार है जो हिंदू, मुस्लिम, ईसाई सब मिलके मनाते है।
चर्चा के दौरान थरूर ने अपने पूर्व में दिए गए केटल क्लास वाले बयान पर पर भी स्पष्टïीकरण दिया। उन्होंने बताया कि केटल क्लास वाली बात उन्होंने मजाक में कही थी और उनका उद्देश्य किसी को भी नीचा दिखाने का नहीं था, पर इस बयान के लिए लोगों ने उन्हें गलत समझा।
यहां तक की एक मुख्यमंत्री ने इस्तीफे तक की मांग कर डाली। राजनीति में आप क्या बोलते है और वह बोलने के लिए आपका क्या उद्देश्य और समझ है इससे लोगों को कोई मतलब नहीं है। लोग अपने आप ही आपकी बात का मतलब निकाल लेते हैं।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सबसे पहले दो नेशन की की बात सावरकर ने की थी। वे चाहते थे कि हिंदू और मुस्लिमों के दो देश बनें। यह प्रस्ताव मुस्लिम लीग के पाकिस्तान रेजुलेशन पास होने से तीन साल पहले हिंदू महासभा में आया था। दीन दयाल उपाध्याय ने भी स्वीकार किया था कि मु्स्लिमों के लिए अलग देश होना चाहिए।