Bhilwara /Shahpura News (मूलचन्द पेसवानी ) – फुलियागेट चोराहे से ईदगाह (Idgah) तक दो किमी लंबी सड़क के उखड़ जाने के बाद अब विभागीय स्तर पर आनन फानन में उसे रोड़ को बंद कर दिया गया है। रोड़ के दोनों तरफ तीन तीन खंबे लगाकर वाहनों की आवाजाही पर अघोषित रोक लगा दी है। यहां बताना समीचीन है कि यह रोड़ मीसिंग लिंक योजना एसआरएफ के तहत बनी है जिस पर तो वाहनों की आवाजाही को रोका ही नहीं जा सकता है। विभागीय अधिकारी खराब सड़क निर्माण को दबाने तथा संभावित जांच के डर से वाहनों पर रोक लगाने पर आमादा हो रहे है जिससे आस पास के लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। दो माह पूर्व इस सड़क की जीव दया सेवा समिति की ओर से शिकायत करने के बाद अब विभागीय स्तर पर उसकी मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।
जीव दया सेवा समिति के संयोजक अत्तू खां कायमखानी ने मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि पूर्व में की गई शिकायत पर समुचित कार्यवाही न होने के कारण 99 लाख रू की लागत की सड़क बिलकुल जर्जर हो गयी है। अब विभागीय अधिकारी केवल लीपापोती कर संवेदक को बेजा फायदा पहुंचाने की नियत से कार्रवाई करने पर आमादा है। यह सड़क बिजयनगर के गिरीराज कन्स्ट्रक्शन द्वारा कराया गया तथा इसका निर्माण सार्वजनिक निर्माण विभाग की देखरेख में कराया गया। सड़क बनने के तीन माह में ही रोड़ उखड़ जाने पर पूर्व में शिकायत दर्ज करायी गयी पर समय रहते कोई कार्रवाई नहीं होने से सड़क की स्थिति ओर अधिक बदतर हो गयी।
शिकायती पत्र के मुताबिक इस सड़क पर कब्रिस्तान, ईदगाह, वेणी मोहन गुरू धाम, आईटीआई व जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय के अलावा माॅडल स्कूल और आबकारी थाना भी है। इस कारण शाहपुरा के वाशिंदो ंको इस सड़क से होकर गुजरना पड़ता है। जनता की मांग पर ही राज्य सरकार की ओर से मिसिंग लिंक योजना एसआरएफ में 99 लाख रू की लागत से 2 किमी सड़क का निर्माण कराया गया पर चार माह की अवधि में ही रोड़ की स्थिति सबके सामने उखड़ कर आ गयी।
अब विभागीय स्तर पर अपने भ्रष्ट्राचार व सड़क निर्माण के घोटाले को दबाने के लिए आनन फानन में रोड़ के दोनो मुहानों पर तीन तीन पाइप लगा कर इसे बंद कर दिया गया है जिससे वाहनों को वहां से नहीं गुजरना पड़े, इसके बाद भी विगत रात्रि में एक ट्रोले के रोड़ पर उतर जाने के कारण खड्डा भारी हो गया। जीव दया सेवा समिति ने खंबों को अविलंब हटाकर इस रोड़ को नये सिरे से निर्माण कराने की मांग की है। ऐसा न होने पर क्षेत्र के लोगों की ओर से संवेदक व निर्माण विभाग के खिलाफ आंदोलन किया जायेगा।