शिक्षा विभाग- तबादला सीजन शुरू, स्वयंभू नेता और तथाकथित दलाल सक्रिय, शिक्षक रहें सावधान

Dr. CHETAN THATHERA
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बीकानेर/ भीलवाड़ा/ राजस्थान में चिकित्सा और शिक्षा ऐसे दो विभाग है जहां अधिकारी और कार्मिकों की संख्या सर्वाधिक है और शिक्षा विभाग में तबादलों पर रोक हटने के साथ ही तबादला का सीजन शुरू होने वाला है इस सीजन में कई स्वयंभू नेता तथा कथित दलाल सक्रिय हो गए हैं जो धनराशि लेकर शिक्षकों को तबादले कराने के सपने दिखा अपने मकसद में जुट गए हैं ।

प्रदेश में तबादलों की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इस सप्ताह से ही तबादला की सूचियां जारी होने वाली है लेकिन इन तबादलों की सूचियों में अपना तबादला कराने के लिए शिक्षक गण जिनमें प्रिंसिपल प्रधानाध्यापक व्याख्याता सेकंड ग्रेड शिक्षक और यहां तक कि थर्ड ग्रेड शिक्षक तथा मंत्रालय कर्मचारी अपनी-अपनी जुगत में लगे हुए हैं इनमें से कई कार्मिक विधायकों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सिफारिश करा रहे हैं ।

तथा कथित दलाल यह बताते है की विधायक जी के लिए तबादला सूचियां भी वह ही बनाऐंगे और..

ऐसे में अप्रत्यक्ष रूप से विधायकों और नेताओं से सिफारिश कराने के लिए कुछ कार्मिक ऐसे स्वयंभू नेता जो अपने आप को किसी संगठन का पदाधिकारी और नेता बताते हुए विधायक और मंत्री के नजदीकी होने का ढिंढोरा पीटने वाले सक्रिय हो गए । यह स्वयंभू नेता और तथाकथित दलाल यहां तक ढिंढोरा पीटते ही नहीं इस तरह प्रदर्शित करते हैं जी वह विधायक जी के खास हैं और तबादलों की सूचियां किस का तबादला कहां करना है वहीं विधायक जी के कहने पर बना रहे हैं और यह सूचियां मंत्री जी तक भी वही लेकर जाएंगे ।

इनकी इस तरह की बातो पर विश्वास कर कार्मिक ( प्रिंसिपल प्रधानाध्यापक व्याख्याता सेकंड ग्रेड शिक्षक तृतीय श्रेणी शिक्षक और मंत्रालय कार्मिक) इनके संपर्क में आते हैं या फिर यह स्वयंभू नेता और तथाकथित दलाल इनसे संपर्क कर लेते हैं और इन कार्मिकों को उनके उचित स्थान पर तबादला कराने की गारंटी देते हुए इनसे पद के अनुसार सौदा( लेनदेन) तय कर लेते हैं और बतौर एडवांस 50% ले भी लेते हैं और अभी ऐसे स्वयंभू नेता और तथाकथित दलालों ने कई कार्मिकों से इसे झांसी देख कर सौदे तय भी किए है यहां तक की तृतीय श्रेणी शिक्षको से भी यह सौदे किए है ।

CM गहलोत तक ने मानी यह बात

विदित है की शिक्षक सम्मान समारोह के दौरान जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंच से जब समारोह में उपस्थित शिक्षकों से पूछा कि क्या आपको तबादले कराने के लिए पैसे देने पड़ते हैं किस पर शिक्षकों ने हाथ खड़े कर के हां में जवाब दिया था।

सवाल जो खडे हुए

सरकार को शिक्षा मंत्री डॉ कला ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं पड़ने पर स्पष्ट बता दिया है ऐसी स्थिति में स्वयंभू नेताओं और तथाकथित दलालों ने 15 दिन पहले तक तृतीय श्रेणी शिक्षकों से तबादले की एवज में जो सौदे किए अब उसका क्या होगा ?

यह भी आया सामने

यह भी सामने आया है यह स्वयंभू नेता और तथाकथित दलाल कार्मिकों से तबादलों के एवज में जो सौदा करते हैं इन कार्मिकों में से उदाहरण के तौर पर स्वयंभू नेता और तथाकथित दलालों ने 20 कार्मिकों से सो देखिए और किस्मत से किसी एक कार्मिक का विधायक या मंत्री की सिफारिश पर तबादला हो जाता है तो यह उसका तो सौदे के मुताबिक 50% राशि और ले लेते हैं और 19 ऐसे कार्मिक जिनका तबादला नहीं हुआ उन से ली हुई राशि खटाई में पड़ जाती है।

ऐसे कुछ स्वयंभू नेता और तथाकथित दलाल अपने विद्यालयों में ड्यूटी पर नहीं जा कर पर नहीं जाकर ऑफिसों में और तबादला चाहने वाले इच्छित लोगों को  ढूंढते हैं और अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं

इनकी जुबानी

Gaurav Aggarwal Tonk District Collector
File Photo – Gaurav Aggarwal

किसी भी कार्मिक को विभाग में किसी भी काम के लिए किसी को पैसे देने की जरूरत नहीं है और अगर इस तरह की शिकायत मिलती है और संज्ञान में आती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गौरव अग्रवाल आईएएस
निदेशक
निदेशालय माध्यमिक शिक्षा बीकानेर

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम