शिक्षा विभाग- मंत्री डाॅ. कल्ला व शिक्षा निदेशक अग्रवाल ने किया मोबाइल एप के नए वर्जन का लोकार्पण 

Education Department – ​​Minister Dr. Kalla and Education Director Agarwal inaugurated the new version of the mobile app

जयपुर/ राजस्थान में शिक्षा विभाग में पूर्व निदेशक सौरभ स्वामी के बाद वर्तमान निदेशक गौरव अग्रवाल द्वारा लगातार नवाचार किए जा रहे हैं और इसी कड़ी में शाला सबंलन मोबाइल एप से विद्यालय अवलोकन को सहज और प्रभावशाली बनाने के लिए पहल करते हुए ।

शाला सबंलन मोबाइल एप के नए वर्जन का लोकार्पण शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला और शिक्षा निदेशक माध्यमिक गौरव अग्रवाल आईएएस द्वारा किया गया । 

शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल आईएएस के अनुसार शाला सबंलन मोबाइल एप के नए वर्जन के माध्यम से प्रशासनिक एवं शिक्षा विभाग में कार्यरत अधिकारियों( संभाग/ जिला/ ब्लॉक/ पंचायत/ सीआरसी) स्तर के अधिकारी के द्वारा राज्य के समस्त राजकीय प्राथमिक उच्च प्राथमिक उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यालयों का अवलोकन कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा ।

शाला सबंलन मोबाइल एप के जरिए विद्यालय अवलोकन किए जाने के उद्देश्य

1– विद्यालय के कमजोर एवं मजबूत पक्षों को जानकर मौके पर ही विद्यालय स्टाफ को सम्मेलन प्रदान करना

2– विद्यालय स्टाफ शिक्षा एवं विद्यालय संबंधी कार्यों की गुणवत्ता को जांचना।

3– शिक्षण प्रक्रिया एवं शैक्षणिक गतिविधियों को समझना एवं सम्मेलन प्रदान करना ।

4– विद्यालय प्रशासन विद्यालय प्रबंध समिति के कार्यों की गुणवत्ता को समझना।

5– विद्यालय की भौतिक एवं शैक्षिक की स्थिति की जानकारी प्राप्त करना ।

उक्त उद्देश्यों को पूरा करने के लिए वर्तमान में प्रयुक्त शाला सबंलन मोबाइल एप में प्रयुक्त अवलोकन प्रपत्र के सरलीकरण एवं सामयिक परिप्रेक्ष्य के अनुरूप अपडेट एवं डिजाइन में आवश्यक परिवर्तन कर इसे और अधिक प्रभावी बनाने हेतु ऐप का नया वर्जन तैयार किया गया है।

एप के नए वर्जन की विशेषताएं क्या है

1– एप के नए वर्जन के डिजाइन को आकर्षक सरल एवं मोबाइल फ्रेंडली बनाया गया है ताकि एप का आसानी से उपयोग किया जा सके

2– एप के नए वर्जन के अवलोकन प्रपत्र में आवश्यक प्रश्नों को ही समाहित किया गया है जो सूचनाएं शाला दर्पण पोर्टल पर उपलब्ध है उनको सम्मिलित नहीं किया गया है।

जिससे ऐप के नए वर्जन से विद्यालय अवलोकन की फीडिंग में 25 से 30 मिनट का ही समय लगेगा तथा विद्यालय का अवलोकन और अधिक प्रभावी रूप से हो सकेगा।

3– अवलोकन किए जाने वाले विद्यालयों का आवंटन समस्त शिक्षा अधिकारियों को श्वेता ही होगा ।

4– संभाग/ जिला /ब्लाक के अधिकारियों के द्वारा अपने परीक्षेत्र के विद्यालयों का एक बार अवलोकन पूर्ण कर लेने पर ही आलोकित विद्यालयों का पुनः आवंटन होगा जिससे दूरदराज क्षेत्र में स्थित विद्यालयों का भी अवलोकन सुनिश्चित हो सके ।

5– संशोधित रूप से तैयार किए जा रहे साला सम्मेलन मोबाइल ऐप में विशेष सेक्शन को भी सम्मिलित किया गया जिससे आवश्यकतानुसार सामूहिक परिदृश्य के अनुरूप प्रश्नों को सम्मानित किया जाकर अवलोकन कराया जा सके।

इस तरह साला सम्मेलन मोबाइल ऐप के नए वर्जन के माध्यम से अकादमिक प्रक्रिया लर्निंग आउटकम की जांच तथा विद्यालय से संबंधित विभिन्न घटकों के डाटा संग्रहण विश्लेषण को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।