डूंगरपुर। अपनी स्वच्छता और हरियाली की वजह से देश में नजीर बन चुके डूंगरपुर शहर में हरा पेड़ काटने पर 10 हजार रुपया जुर्माना वसूला और उसी जगह पर दुसरा वृक्ष लगाने को कहा गया। नगरपरिषद आयुक्त के निर्देशन में रविवार को टीम परिषद ने शहर में अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान टीम परिषद को एक हरा पेड़ काटने की सूचना मिली थी। सूचना पर अतिक्रमण शाखा की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और हरा पेड़ काटने वाले से पेड़ काटने की वजह पूछी जिस पर दुकानदार द्वारा अपने व्यापार के हित में हरा पेड़ काटना बताया। टीम ने दुकानदार से 10 हजार रुपया जुर्माना वसूला और वही एक नया वृक्ष लगाने के निर्देश दिए।
नगरपरिषद आयुक्त नरपत सिंह ने बताया कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और हरा-भरा पेड़ काटने की सूचना पर टीम ने तरुण सागर तिराहे के आगे एक दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की गई। दुकानदार ने छाया और पर्यावरण की चिंता न करते हुए अपनी दुकान के आगे नगरपरिषद द्वारा लगाए गए एक हरे-भरे पेड़ को काटा जिसके लिए उस पर 10 हजार रुपया जुर्माना वसूला वहीं उसको उसी जगह पर एक नया वृक्ष लगाने के आदेश दिए गए है।
आयुक्त ने कहा कि नगरपरिषद ने पिछले पांच साल में शहर को हरा भरा बनाने को लेकर पुरे शहर में 25 हजार से अधिक 10 से 12 फिट के वृक्ष लगाए है। आज ये वृक्ष पेड़ बन गए है और शहर की सुंदरता को बढ़ाने के साथ पर्यावरण को भी शुद्ध बना रहे है। ऐसे में हरे वृक्ष को काटना और सरकारी सम्पति को नुकसान पहुंचाना क़ानूनी अपराध है। नगरपरिषद द्वारा शहर में लगाए गए 25 हजार वृक्षों की प्रतिदिन देखभाल की जा रही है वही प्रतिदिन पानी पिलाने का कार्य भी किया जा रहा है। शहर में लगाए गए 10 से 12 फिट के वृक्षों ने अब अपना घना रूप ले लिया है, इन वृक्षों से शहर की सुंदरता में चार चाँद लग रहे है ऐसे में कुछ लोगो द्वारा अपने फायदे के लिए हरे भरे पेड़ो को काटा जा रहा है।