साफ झलकती दिख रही है विद्युत विभाग की लापरवाही
देवली/दूनी
(हरि शंकर माली)
देवली उपखण्ड़ के दूनी तहसील के सबसे बड़ा तालाब दूणी सागर में आपको आने वाली त्रासदी का काल्पनिक छायाचित्र अपने मन मे अक्समात ही आजायेगा जब आप दूणी सागर को अपनी आंखों से देखेंगे।
दूनी ग्रीड से आंवा पंचायत के लिये 11/33 के.वी. की हाईटेंसन लाईन दूणी सागर में से निकाली गई है, जिससे कि दूनी सागर के पानी मे करंट प्रवाहित होने का खतरा बना हुआ है। दूनी सागर की भराव क्षमता 11 फिट है , जब दूनी सागर पूरी तरह भर जाता है तो पानी मे विद्युत लाइन के खंभे आधे डूब जाते है । अगर खंभो को दिए गए सपोर्ट के तारो से अगर लाइन के तार छू जाय तो बड़ा हादसा हो सकता है।
पहले भी हो चुका है हादसा
ग्रामीण हँसराज तिवाड़ी ,मोती शंकर जाट, रामरूप माली, जसवंत सिंह , हरि शंकर माली का कहना है कि इस लाइन की वजह से पांच वर्ष पहले भी तालाब में करंट प्रवाहित होने से हजारों मछलियां ओर अन्य जलीय जीव काल का ग्रास बन गए थे। सुक्र है उस समय तालाब में कोई पशुधन या कोई आम जन नही था नही तो बड़ी जन हानि हो सकती थी।
इसी तरह टोंक के पक्का बाँध में भी लाइन डाली हुई है जिसकी चपेट में 12 सितंबर 2013 को रात में मछली पकड़ने गए तीन युवक चपेट में आने से मौत हो गई थी।
यही नही झूलते तारो की चपेट में आने से राजमहल में बस में सवार दो यात्री बुरी तरह झुलस गए थे।
पहले भी दिए आदेशो की अब तक नही हुई पालना
हाईटेंसन लाइन को दूनी सागर तालाब से हटाने के लिये पूर्व तहसीलदार दयाराम मीणा ने प्रशासन गांव के संघ अभियान में विभाग को तुरंत कार्येवाहि कर तारो को हटाने का आदेश दिया था जिसकी आज तक सुनवाई नही हुई।
ग्रामीणों ने बार बार की शिकायत
पूर्व उपसरपंच जशवंत सिंह शेखावत पूर्व सरपंच भंवर लाल जाट, रामरूप सैनी एवं ग्रामीणों ने पूर्व में भी विभाग को इसकी शिकायत की थी परंतु विभाग के कानों तक जू नही रेंगी। ओर तो ओर विभाग तालाब खाली होने का बहाना बनाता रहा।
विद्युत पोल की स्थिति
दूनी सागर में एक छोर से दूसरे छोर तक लगभग 20 पोल लगे हुवे है जिसमे पांच खम्बे झुके हुवे जो कि कभी भी गिर सकते है। एवं ये पोल तालाब के लगभग दो किलोमीटर का क्षेत्र घेरे हुए है। अगर तालाब भरा हो और पोल गिर जाय तो बड़ा हादसा हो सकता है।
अभी हटाई जा सकती है लाईन
ग्रामीणों का कहना है कि अभी दूनी सागर खाली पड़ा हुआ है और सारे खम्बे सूखे क्षेत्र में है विभाग चाहे तो अभी ये लाईन हटवा सकता है। अभी लाईन नही हटवाई तो कुछ दिनों बाद फिर मानसुन सक्रिय हो जाएगा और तालाब भर जाएगा।
राज्य सरकार ने भी जारी किये थे आदेश
पचेवर के सांस गांव में बारातियो से भरी बस पर विधुत विभाग की लापरवाही से लाइन का तार गिरने से बड़ी घटना हो गई थी ।
जिसके चलते पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने विभाग को शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत लाइन के तारो की ऊँचाई एवं डेंजर ज़ोन एरिया की जल्द से जल्द रिपोर्ट मांगी गई थी, जिससे कि ऐसे क्षेत्रों से ऐसी लाइन हटवाई जा सके।