खेलने के बाद चिकित्सक की मौत, जिम जाने वालों को आ रहे हैं अटैक क्यों

MBBS student committed suicide by hanging himself in Bharatpur

जयपुर/ खेल एक्सरसाइज और जिम में जाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है लेकिन कोरोना काल के बाद जिम अब मौत के घर बनते जा रहे हैं जिम में एक्सरसाइज करने के दौरान मौत होने की घटनाएं लगातार बढ़ रही है और

 इसी कड़ी में आज जयपुर में बैडमिंटन खेल का घर लौटे वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ की हार्ड अटैक से मौत हो गई 1 सप्ताह में खेलने के बाद हार्ट अटैक से मरने वाले यह दूसरे चिकित्सक हैं।

जयपुर के जगतपुरा में अपना निजी हॉस्पिटल संचालित करने वाले हॉस्पिटल के डायरेक्टर और वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सौरभ माथुर रोजाना की तरह एक निजी अकैडमी में बैडमिंटन खेलने गए थे और बैडमिंटन खेल खेल का घर लौटे उनके सीने में दर्द होने पर परिजनों ने अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक कुछ कर पाते इससे पहले ही उनका निधन हो गया।

डॉक्टर माथुर राजस्थान स्पोर्ट्स काउंसिल और जयपुर डॉक्टर से वेलफेयर सोसाइटी द्वारा संचालित स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर में सेवाएं देते थे इससे पहले इसी तरह सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के खेल ग्राउंड में क्रिकेट खेलते समय वरिष्ठ एमपी मेडिसन दत्ता नगर अचानक हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई।

दूसरी और जिम में एक्साइज करने का चलन आजकल कुछ ज्यादा ही हो गया है और विशेषकर युवा में मस्कुलर बॉडी बनाने का क्रेज जाता है और पिछले कुछ दिनों में जिम में एक्सरसाइज के दौरान कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव सहित कुछ अन्यों की मौत होने की घटनाएं सामने आई थी चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार जिम में कई युवाओं में कार्य गणेश के केस इसलिए देखने को मिल रहे हैं ।

इसके पीछे एक बड़ा कारण स्टोराइट और फूड सप्लीमेंट बन रहा है आजकल युवाओं में मस्कुलर बॉडी बनाने का प्रचलन बढ़ा है और वह जिम इंस्ट्रक्टर के दिए स्टोरी ऑफ फूड सप्लीमेंट ले रहे हैं।

जो क्लीनिकल मान्यता प्राप्त नहीं होते हैं और वह शरीर को फायदा देने के बजाय नुकसान पहुंचाते हैं और इस कारण से युवाओं में तेजी से हार्ड अटैक के मामले बढ़ रहे हैं।

विशेषज्ञ के अनुसार इसके अलावा और सबसे अधिक खतरा हार्ड अटैक के लिए मानसिक तनाव रखने वालों को होता है तथा जिन लोगों को कोरोना संक्रमण हुआ था उनमें भी हार्ड अटैक होने का खतरा अधिक बढ़ रहा है