Jaipur News : राजधानी के प्रताप नगर स्थित राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विवि RUHS में चिकित्सक मंगलवार को हडताल की घोषणा के बाद वे आरयूएचएस RUHS के बाहर ही धरने पर बैठ गए। एकाएक चिकित्सकों DOCTORS के हडताल पर जाने के कारण अस्पताल HOSPITEL की चिकित्सा सेवा चरमरा गई वहीं अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को बिना इलाज करवाए ही लौटना पडा।
आरयूएसचएस RUHS से संबंध अस्पताल में पहले ही सुविधाओं की कमी थी वहीं डॉक्टरो की हड़ताल से चिकित्सा सेवाए पूरी तरह पटरी से उतर गई। मरीजों की परेशानी को देखते हुए राजस्थान मेडिकल कालेज टीचर एसोसिएशन Rajasthan Medical College Teacher Association ने बुधवार को धरनास्थल पर ही निशुल्क परामर्श और उपचार की घोषणा की है।
RUHS राजस्थान मेडिकल कालेज टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. जीतेन्द्र आहूजा ने बताया कि राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 2006 में हुई थी और इसके 13 वर्ष बाद भी विवि में सेवा नियम नहीं बनाए गए हैं।
सेवा नियमों के अभाव में विवि और उससे संबंध महाविद्यालय व चिकित्सालय में चिकित्सकों DOCTORS और कर्मचारियों employees को परेशानियों का सामना करना पड रहा है। सेवा नियम नहीं होने के कारण प्रतापनगर में नए बने 500 बैड के अस्पताल में चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है।
सेवा नियमों की मांग को लेकर पहले भी विवि में कई बार प्रदर्शन किए गए हैं और इसके लिए मुख्यमंंत्री Chief Minister और चिकित्सा मंत्री Medical minister को ज्ञापन भी सौंपे गए लेकिन उन पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसके कारण अब बेमियादी धरना शुरू करते हुए आंदोलन का आह्वïान किया गया है। यह आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चलेगा तथा इसके तहत बुधवार को केंडल मार्च निकाला जाएगा। इस सम्बंध में जल्द ही राज्यपाल Governor से भी मिलकर उन्हें समस्या से अवगत कराया जाएगा।