जयपुर / दौसा जिले के लालसोट में प्रसूता की मौत के बाद भीड़ को उकसाने वाले बीजेपी नेताओं की प्रताड़ना से परेशान डॉ अर्चना शर्मा की आत्महत्या को विप्र कल्याण बोर्ड ने दुखद बताया है।महिला चिकित्सक की मौत का जिम्मेदार बीजेपी को ठहराते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने भीड़ को उकसाया जिससे एक होनहार चिकित्सक को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि पुलिस ने बीजेपी के दवाब में डॉक्टर के खिलाफ गैरकानूनी एवं नियम विरुद्ध धारा में मुकदमा दर्ज किया। जिस कारण होनहार डाक्टर आहत होकर आत्महत्या के लिये मजबूर होना पड़ा।
राजस्थान राज्य विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा ने कहा कि बीजेपी की भूमिका को अपराधिक बताते हुए कहा कि ऐसी घृणित राजनीति नही करे जिससे किसी होनहार को आत्महत्या करनी पड़े।
शर्मा ने घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस की भूमिका पर नाराजगी जताते हुए डीजीपी और एसपी दौसा को दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश दिए है।साथ ही भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावर्ती नहीं हो इस हेतु उचित व्यवस्था की जाए।
राजस्थान राज्य विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा ने प्रसूता की मृत्यु को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर ऐसी घटना अफसोसजनक है।लेकिन भीड़ को उकसाने का तरीका न्यायोचित नहीं है। यह मानव जाति के लिए शर्मनाक है। होनहार डॉक्टर अर्चना शर्मा का प्रताड़ित होकर सुसाइड करना समाज को कलंकित करने वाला है।
महेश शर्मा ने कड़े शब्दों में कहा की ऐसी घटनाओं को विप्र कल्याण बोर्ड बर्दाश्त नहीं करेगा।