Deoli News : श्रीदिव्य भक्त मण्डल देवली की ओर से गुरुवार रात अटल उद्यान में शिवपुराण कथा की शुरुआत हुई। इसमें पहले दिन महामण्डलेश्वर दिव्य मुरारी बापू ने शिव पुराण कथा के महात्म्य पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि देवताओं में भगवान शिव सर्वश्रेष्ठ है। शिवपुराण कथा श्रवण से दैहिक, भौतिक व शारीरिक तपों से मुक्ति मिलकर प्राणी मात्र का आत्मकल्याण होता है। उन्होंने कहा कि भगवान की भक्ति के मार्ग पर चलना हर किसी के बस की बात नहीं है। चोरी, डकैती, झगड़ा हर कोई कर सकता है, लेकिन सत्य बोलना, भगवान व सद्मार्ग पर सच्चा व नेक इंसान हीं चल सकता है। सनातन धर्म का सबसे छोटा ग्रंथ हनुमान चालीसा व सबसे बड़ा ग्रंथ वेद है, जिसमें एक लाख मंत्र है। सूतजी महाराज ने कहा कि शिव पुराण के श्रवण से भगवान शिव प्रसन्न होते है।
मुरारी बापू ने कहा कि सबसे पहले शिवपुराण कथा भगवान शिव ने नंदीश्वर को, सनत कुमार ने व्यासजी को तथा व्यासजी महाराज ने सूतजी को सुनाई। शिवपुराण, भागवत् व रामायण के प्रथम गायक भी शिव है। मनुष्य का मित्र व शुत्र दोनों इन्द्रियां है। दस इन्द्रियों के संगठन को ही शरीर कहते है। ज्ञान, भक्ति व मुक्ति कही चाह रखने वाले मनुष्य को शिवपुराण का पूरे मनोयोग के साथ श्रवण करनी चाहिए। इस बीच भगवान के शिव भजनों पर महिलाओं ने नृत्य किया। रात करीब 11 बजे आरती के साथ पहले दिन की कथा समाप्त हुई।