Jaipur News : राज्य में बारिश का दौर थमने के साथ ही डेंगू (Dengue)और चिकनगुनिया (Chikungunya) के मरीज बढते जा रहे हैं। चिकित्सा विभाग की ओर से मच्छरों (Mosquitoes)को पनपने से रोकने के इंतजाम नाकाफी होने के कारण मच्छरों(Mosquitoes) की भरमार होती जा रही है वहीं इनके काटने से मौसमी बीमारियों का आंकडा भी बढता जा रहा है। ऐेसे में डेंगू हो या चिकनगुनिया दोनों ही बीमारियों में जयपुर जिला प्रदेश में नंबर वन चल रहा है। राज्य में 24 सितम्बर के बाद अब तक डेंगू के 820 और वर्ष भर में अब तक 2177 रोगी मिल चुके हैं।
हालांकि विभाग के अधिकारियों का दावा है कि डेंगू की स्थिति नियंत्रण में है जबकि हकीकत में ऐसे मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके अलावा डेंगू के कारण लोगों की मौत भी हो रही है लेकिन विभाग के आंकडे अपडेट नहीं हो पा रहे हैं। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिस क्षेत्र में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज पाए जाते हैं वहां एंटी लार्वा गतिविधियां शुरू की जाती है।
मौसमी बीमारियों में चाहे डेंगू हो या चिकनगुनिया कमोबेश हर बीमारी में जयपुर पहले पायदान पर है। यहां डेंगू के गत 20 दिनों में ही 508 मरीज सामने आ चुके हैं। डेंगू बीमारी में जयपुर के बाद कोटा दूसरे नंबर पर है यहां अब तक 180 डेंगू के मरीज सामने आए हैं। विभाग के आंकडो की बात करे तो डेंगू और चिकनगुनिया के मामले में स्थिति पूरी नियंत्रण में है।
मौसमी बीमारियों के कारण अस्पतालों में ओपीडी का दवाब बढता जा रहा है। गत तीन सप्ताह में ही मौसमी बीमारियों के प्रकोप के कारण सभी जिला अस्पतालों में ओपीडी में 30 प्रतिशत तक की बढोतरी दर्ज की गई है। राज्य के सबसे बडे सवाई मानसिंह चिकित्सालय में भी अमूमन 8 हजार मरीजों तक रहने वाली ओपीडी 12 हजार तक मरीज प्रतिदिन तक पहुंच गई है।
इधर चिकित्सा विभाग का दावा है कि गत वर्ष की तुलना में इस बार स्थिति नियंत्रण में है और अब तक चिकनगुनिया का एक भी मामला सामने नहीं आया है। विभाग ने जागरूकता कार्यक्रमों और स्वच्छता के चलते डेंगू व चिकनगुनिया फैलाने वाले एडीज तथा मलेरिया के जिम्मेदार एनाफिलीज मच्छर को पनपने से काफी हद तक रोक दिया है।