हनुमान जाट की मौत, दुर्घटना या हत्या ? घटना के 8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

Firoz Usmani
2 Min Read

टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। हनुमान जाट की संदिग्ध हालात में हुई मौत के 8 दिन बीत जाने के बाद भी कोतवाली थाना पुलिस के हाथ कोई सुराग नही लगा है। पुलिस युवक की मौत के कारणों का अब तक पता नही लगा पाई है। जबकि परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज कराया था। जानकारी के अनुसार 21 मार्च को सदर थाना अंतर्गत रुस्तमगंज निवासी हनुमान जाट नामक युवक को कुछ लोग सआदत अस्पताल में छोड़ कर गए थे, जहां चिकित्सकों की जांच में युवक की मौत हो चुकी थी। युवक के शरीर पर चोटों के निशान भी थे।

युवक की शिनाख़्त होने पर शव का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया गया था। वहीं दूसरी और मृतक युवक के परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए मामला भी दर्ज कराया था। बावजूद इसके पुलिस अब तक भी युवक की मौत को दुर्घटना या हत्या साबित करने में नाकाम रही है। इसको लेकर पुलिस पर कई सवालियां निशान खड़े हो रहे है। घटना के 8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।

मामला है संदिग्ध

परिजनों की माने तो पूरा मामला संदिग्ध नज़र आता है। घटना के दिन युवक पूरी तरह से स्वस्थ था, घटना के बाद युवक की स्कूटी एक पेट्रोल पंप पर खड़ी मिली। मामले को लेकर पूर्व टोंक भाजपा विधायक अजीत सिंह मेहता ने भी जानकारी ली थी।

सवालियां निशान

पूरे मामले में पुलिस की कार्यशैली पर भी कई सवालियां निशाना खड़े हो रहे है, मृतक युवक को अस्प्ताल में छोड़ कर गए लोगों से पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हो जाना चाहिए था, लेकिन 8 दिन बाद भी मामले में कोई खास सुराग नही लगा है।

Share This Article
Follow:
Firoz Usmani Tonk : परिचय- पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्षो से संवाददाता के रूप में कार्यरत हुंॅ, 9 साल से राजस्थान पत्रिका ग्रुप के सांयकालीन संस्करण (न्यूज़ टुडे) में जिला संवाददाता के रूप से कार्य कर रहा हंू। राजस्थान पत्रिका न्यूज़ चैनल में भी अपनी सेवाएं देता रहा हूं। एवन न्यूज चैनल में भी संवाददाता के रूप में कार्य किया है। अपने पिता स्व. श्री मुश्ताक उस्मानी के सानिध्य में पत्रकारिता की क्षीणता के गुण सीखें। मेरे पिता स्व.श्री मुश्ताक उस्मानी ने भी 40 वर्षो तक पत्रकारिता के क्षैत्र में कार्य किया है। देश के कई बड़े न्यूज़ पेपर से जुड़े रहे। 10 वर्ष दैनिक भास्कर में ब्यूरों चीफ रहें।