dausa News / Dainik reporter : दौसा प्रदेश में आरक्षण (reservation) का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। राज्य सरकार की ओर से एमबीसी वर्ग में मुस्लिम (Muslims) जातियों को शामिल करने की कवायद शुरू करने के बाद से ही गुर्जरों ( Gurjar )में आक्रोश व्याप्त हो गया है।
शुक्रवार को दौसा में समाज के लोगों ने गुर्जर हॉस्टल (Gurjar Hostel ) के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर सरकार को चेतावनी दी कि यदि गुर्जरों के आरक्षण में छेड़छाड़ हुई तो प्रदेश में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इधर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने भी रविवार को आपात बैठक बुलाई है।
गुर्जर नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि एमबीसी वर्ग में 5 प्रतिशत आरक्षण में किसी भी तरह की छेडख़ानी नहीं होनी चाहिए और मुस्लिम सहित अन्य 10 जातियों को आरक्षण इस वर्ग से नहीं देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ओबीसी या फिर अन्य माध्यमों से मुस्लिम सहित अन्य जातियों को आरक्षण दिया जाए तो गुर्जरों को कोई परेशानी नहीं होगी और एमबीसी वर्ग में छेडख़ानी हुई तो प्रदेश में अशांति का माहौल पैदा होगा।
गौरतलब है कि राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की ओर से मुस्लिम सहित 10 जातियों को ओबीसी वर्ग में आरक्षण देने को लेकर सर्वे करवाया जा रहा है,इसी का गुर्जर समाज की ओर से विरोध किया जा रहा है। वहीं गुर्जर समाज के नेता अब इस मामले में सक्रिय नजर आ रहे हैं।
विरोध प्रदर्शन के बाद गुर्जर समाज के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर विरोध जताया। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के लोगों ने यहां उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के सामने मेगा हाईवे पर प्रदर्शन किया और सरकार को गुर्जर आरक्षण से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ करने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे भूराभगत ने बताया कि गुर्जरों ने बड़ी उम्मीद के साथ प्रदेश में सत्ता परिर्वतन किया था। उन्होंने कहा कि गुर्जर आरक्षण से छेड़छाड़ और अन्य जातियों को शामिल किया तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।