
जयपुर: पीसीसी में बुधवार को जनसुनवाई के दौरान भीलवाडा जिले के शाहपुरा नगरपालिका के कांग्रेस पार्षद पहुंचे और नगरपालिका ईओ को हटाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट पार्षदों ने मंत्री के साथ बहस शुरू हो गयी। शिकायत का समाधान नहीं होने की शिकायत पर पार्षदों की बहस हो गई और सेवादल कार्यकर्ताओं से उलझने के बाद जमकर हंगामा किया।
भीलवाड़ा शाहपुरा से आए पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री शांति धारीवाल को शाहपुरा नगरपालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी की शिकायत करने के साथ ही नगरपालिका ईओ को हटाने की मांग रखी। पार्षद सोनी और ईओ के खिलाफ शिकायतें बताते हुए ईओ को हटाने की मांग कर रहे थे। पार्षदों ने मंत्री पर भी स्थानीय भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल के अनुसार अफसर लगाने के आरोप लगाए। मंत्री के जबाव से असंतुष्ट होने पर सुनवाई नहीं होने के आरोप लगाते हुए प्रतिनिधिमंडल ने नाराजगी जताई। इसी दौरान सेवादल के कार्यकर्ताओं ने रोका तो उनसे कहासुनी हो गयी। जनसुनवाई में मौजूद मंत्री शकुंतला रावत ने अलग से पार्षदों से बातचीत कर समझाइश कर मामला शांत करवाया।
धारीवाल भाजपा वालों को बचा रहे:
पार्षदों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि शाहपुरा नगर पालिका में चेयरमैन भाजपा पार्टी के हैं और स्थानीय भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल के कहने के अनुसार ही नगर पालिका ईओ लगाए जाते हैं चेयरमैन और ईओ कांग्रेस पार्षदों के विकास कार्यों में अड़ंगा डालते हैं मंत्री धारीवाल को कई बार शिकायत करने के बावजूद भी अफसर को नहीं हटाया गया। ऐसा लगता है कि मंत्री शांति धारीवाल भाजपा वालों को बचाने में लगे हुए हैं। अभी हम करीब 12 पार्षद शिकायत देने आए थे लेकिन हमारे शिकायत पर सुनवाई नहीं हुई तो जल्द ही महिला पार्षदों को भी जयपुर लाकर अपनी पीड़ा बताएंगे।
हाथो हाथ नहीं हटा सकते हो: धारीवाल
मंत्री शांति धारीवाल ने इस मामले पर कहा कि पार्षद शाहपुरा नगर पालिका ईओ को हटाने की बात कर रहे थे। हाथों हाथ किसी अधिकारी को ऐसे नहीं हटाया जा सकता। सभी पहलुओं को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा।